उदित वाणी, जमशेदपुर: नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में शुक्रवार को अंतरास्ट्रीय कांफ्रेंस इंक्यूस्ट-2022 का आयोज़न किया गया. इस कांफ़्रेंस का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा निति-2020 को समझने के लिए किया गया.
शुक्रवार को इस कॉन्फ्रेंस का पहला दिन था. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. इस्माइल मोहम्मद ज़ैन (पूर्व लेक्चरार, इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन, मलेशिया) उपस्थित रहें. सर्व प्रथम मुख्य अतिथि का स्वागत विश्वविद्यालय के प्रांगण में झारखंड की पारंपरिक निर्त्य द्वारा किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. इस्माइल मोहम्मद ज़ैन एवं विशिष्ट अतिथि कोल्हान विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. गंगाधर पंडा समेत डॉ. नीरज कुमार, नरेंद्र कुमार मिश्रा, डॉ. डीके.महापात्रा, प्रो. आचार्य ऋषि रंजन, रजिस्ट्रार नागेन्द्र सिंह द्वारा किया गया.
इसके बाद विश्विद्यालय के उपकुलपति डॉ. डीके महापात्रा ने इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित किया. जिसमें उन्होंने नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के सफर के बारे में ज़िक्र किया और बताया कि कैसे नेताजी सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एक विश्विद्यालय के रूप में स्थापित हुआ. इसके बाद विश्विद्यालय के डीन रिसर्च डॉ. ज्योति प्रकाश स्वैन ने इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित किया.
इसके बाद कोल्हान विश्विद्यालय के उपकुलपति डॉ. गंगाधर पांडा ने इस अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित किया और उन्होंने अपनी सम्बोधन की शुरुआत संस्कृति श्लोक से की.
कॉन्फ्रेंस में सम्मिलित हुए मुख्य अतिथि डॉ. इस्माइल मोहम्मद ज़ैन ने बहुत ही रोचक तरीक़े से बातों को रखा. उन्होंने टेक्नोलॉजी में हो रहें बदलाव के हर पहलू पर बात की. इसके बाद डॉ. दीपा शरण ( डीन ऑफ़ मैनेजमेंट, जमशेदपुर महिला विश्विद्यालय) ने नई शिक्षा नीति पर अपनी विचार व्यक्त किये.
इस अंतरास्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में उपकुलपति डॉ. डी. के महापात्रा, प्रतिउपकुलपति डॉ. ऋषि रंजन, रजिस्ट्रार नागेन्द्र सिंह, डीन एकेडमिक्स प्रो. डी शोम उपस्थित रहे.
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