उदित वाणी, रांची: राज्य के दो विधायकों समेत कारोबारियों के ठिकानों में तीन दिनों तक चलाई गई सर्च अभियान में आयकर विभाग को 100 करोड़ रुपये से अधिक राशि के वैध-अवैध ट्रांजेक्शन व निवेश की जानकारी मिली है.
आयकर विभाग द्वारा मंगलवार को प्रेस रिलीज जारी करके इस संबंध में अधिकारिक रूप से खुलासा किया गया है. आयकर विभाग द्वारा कहा गया है कि झारखंड में 50 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई. जिसमें 100 करोड़ के निवेश संबंधी कागजात व डिजिटल सबूत के साथ ही 16 बैंक लॉकर तथा दो करोड़ रूपये से अधिक राशि जब्त की गई है.
प्रारम्भिक जांच के दौरान पता चला है कि उक्त लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर कर चोरी करके लेनदेन किया गया है. आयकर विभाग द्वारा कहा गया कि जिन अघोषित संपत्तियों व निवेश का पता चला है.
उक्त संपत्ति कायले के कारोबार व परिवहन, ठेकेदारी, लौह अयस्क व स्पंज आयरन के उत्पादन से जुड़े व्यवसायिक समूहों व दो कांग्रेसी विधायकों से जुड़े नेताओं व उनके सहयोगियों से संबंधित है. सर्च अभियान के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल साक्ष्य मिला है. साक्ष्यों की प्रारंभिक जांच की गई तो पता चला कि सभी समूहों ने कर चोरी के लिए विभिन्न तरीकों का सहारा लिया है.
नकदी में ऋण का लेनदेन व नकदी भुगतान किया गया है. सबूत के तौर पर आयकर की टीम को पेंमेंट रिसिप्ट मिला है. लौह अयस्क के उत्पादन को कम करके दिखाया गया है.
सर्च अभियान में यह भी पता चला कि आरोपियों ने अचल संपत्तियों में भी भरी निवेश किया है और आय के स्रोत का भी पूरी तरह खुलासा नहीं किया गया है. सिविल कार्य का ठेका लेने वाले समूहों ने भी नियमित खातों का विधिवत रूप से रख रखाव नहीं किया है. गैर जरुरी कार्यों में खर्चों को दिखाया गया है. ठेका लेने के लिए भी गलत तरीके से अनुचित नकदी का भुगतान भी किया गया है.
सर्च अभ्यिान में कोयले के कारोबार, लौह अयस्क की निकासी आदि में लगे समूहों के पास भारी मात्रा में लौह अयस्क का अघोषित स्टॉक भी मिला है. जिसकी मात्रा का निर्धारण फिलहाल नहीं हो सका है.
यह भी पता चला है कि ऐसे समूहों द्वारा मुखौटा कंपनियों के माध्यम से अघोषित धन को असुरक्षित ऋण व शेयर पूंजी के रूप में निवेश किया गया है. आरोपियों ने स्वीकार भी किया है कि उनलोगों ने इससे संबंधित दस्तावेजों का सत्यापन नहीं किया तथा बिना छानबीन के ही एकाउंटेंट द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किया है.
आयकर विभाग द्वारा कहा गया कि सर्च अभियान 4 अक्टूबर से रांची, गोड्डा, बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा के अलावा पटना, गुरुग्राम व कोलकाता में की गई थी.
ज्ञात हो कि आयकर टीम द्वारा कांग्रेस के विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बेरमो, रांची व पटना स्थित आवास, बेरमो व रांची में कोयला व ट्रांसपोर्ट व्यवसायी अजय सिंह के आवास तथा कार्यालय, अनूप सिंह के करीबी लक्की सरदार उर्फ लक्की सिंह के बेरमो स्थित आवास, गोड्डा में प्रदीप यादव व उनके करीबी होटल स्काई ब्लू के मालिक श्यामाकांत यादव आदि से जुड़े सात ठिकानों, दुमका में नगर परिषद् उपाध्यक्ष सह पीएचइडी के ठेकेदार विनोद कुमार लाल के आवास, रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के चाय बगान काली नगर स्थित पूर्व बीडीओ सह पूर्व खनन पदाधिकारी आनंद मोहन ठाकुर के आवास, लौह अयस्क खनन समेत विभिन्न कारोबार से जुड़े बड़े कारोबारी शाह ब्रदर्श के चाईबासा में यूरोपियन क्वार्टर मोहल्ला स्थित आवास, जमशेदपुर में सर्किट हाउस स्थित राजकुमार शाह के आवास [श्रीनिवास], आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र स्थित टाटा-कांड्रा रोड पर इंपीरियल आटो के स्कोडा शोरूम व पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड स्थित शाह स्पंज एंड पावर लिमिटेड प्लांट, चाईबासा के सदर बाजार स्थित शाह ब्रदर्श के कार्यालय, नोवामुण्डी स्थित करमपदा आयरन ओर माइंस व आम्रपाली कोयला परियोजना से जुड़े कारोबारी कैलाश वर्मा के विंगलात गांव स्थित आवास तथा कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल के विभिन्न ठिकानों इत्यादि में सर्च अभियान चलाया गया था.
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