उदित वाणी,जमशेदपुर: दुनिया का सबसे बड़े तकनीकी पेशेवर संगठन – इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (IEEE) सिस्टम्स काउंसिल के स्टूडेंट ब्रांच चैप्टर का शुभारंभ मंगलवार को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) जमशेदपुर के डायमंड जुबली हॉल में किया गया।
प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए समर्पित आईईई सिस्टम्स काउंसिल दुनिया का सबसे बड़ा तकनीकी पेशेवर संगठन है जिसे इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स के नाम से भी जाना जाता है। इसके सदस्य के तौर पर इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और संबद्ध पेशेवरों के साथ-साथ कंप्यूटर वैज्ञानिक, सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, सूचना प्रौद्योगिकी पेशेवर, भौतिक विज्ञानी, चिकित्सा डॉक्टर और कई अन्य शामिल हैं। सिस्टम कौंसिल प्रौद्योगिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के प्रतिबद्धता के रूप में एक महत्वपूर्ण संस्थान है। यह प्रत्येक छात्रों को जटिल चुनौतियों का सामना करने और नवाचार को नेतृत्व करने का अवसर प्रदान करने के रूप में देखा जाता है।
डॉ. के. नम्रता प्रोफेसर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग एंव डॉ. रश्मि सिन्हा प्रोफेसर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड क्म्युनिकेशन विभाग के अथक प्रयास एंव संस्थान के निदेशक (प्रो.) गौतम सूत्रधार के मार्गदर्शन से संस्थान में आई-ट्रिपल-ई सिस्टम्स काउंसिल के स्टूडेंट्स चेप्टर का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) सिवाजी चक्रवर्ती, IEEE कोलकाता चेप्टर के पूर्व अध्यक्ष सह प्रोफेसर जादवपुर विश्वविद्यालय एंव प्रो. शिवाजी चक्रवर्ती पूर्व निदेशक एनआईटी कालीकट द्वारा परंपरागत तरीके से रीबन काट कर किया।
कार्यक्रम में पावर इंजीनियरिंग के प्रसिद्ध विशेषज्ञ प्रो. शिवाजी चक्रवर्ती पूर्व निदेशक एनआईटी कालीकट सह प्रोफेसर जादवपुर विश्वविद्यालय ने सभी को इस क्षेत्र में नवीनतम रुझानों और चुनौतियों से अवगत कराया। इनके सम्बोधन के पश्चात एक इंटरैक्टिव सत्र हुआ जहां छात्रों और संकाय सदस्यों को उनके साथ जुड़ने का अवसर मिला।
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ईस्टर्न (नॉर्वे) के प्रोफेसर एंव प्रोग्राम चेयरपर्सन (डॉ.) संजीवकुमार पद्मनाभन ने अपने आभासी सम्बोधन में अनुभवों को साझा करते हुए बताया की वास्तविक दुनिया के जटिल समस्यों को हल करने में सिस्टम्स इंजीनियरिंग ने किस प्रकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने एनआईटी जमशेदपुर द्वारा इस स्टूडेंट ब्रांच चैप्टर की स्थापना की कि गई पहल की सराहना की और इस क्षेत्र में ज्ञान- प्रसारण और सहयोग की क्षमता पर प्रकाश डाला।
आयोजन में आईईई सिस्टम्स काउंसिल के अध्यक्ष सह साउथवेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट सैन एंटोनियो, (टेक्सास) के कार्यकारी उपाध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी वॉल्टर डाउनिंग का महत्वपूर्ण आभासी ज्ञानवर्धन था, इन्होने कहा की कोई भी जटिलता अपने साथ अभूतपूर्व अवसर और चुनौतियाँ दोनों लेकर आती है। नवप्रवर्तन के अवसर जो हमारे रहने, काम करने और हमारे आसपास की दुनिया के साथ बातचीत करने के तरीके को बदल सकते हैं, चुनौतियाँ इन प्रणालियों की विश्वसनीयता, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए उनकी गहरी समझ की मांग करती है।
एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधार ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, आज जब हम यहां एकत्र हुए हैं, तो हम खुद को तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी परिदृश्य के चौराहे पर पाते हैं। हमारी दुनिया बदल रही है, और यह तेजी से बदल रही है। वे प्रणालियाँ जो हमारे आधुनिक समाज का आधार हैं, वे प्रणालियाँ जो हमें संचार करने, यात्रा करने, सूचना तक पहुँचने और यहाँ तक कि अपने घरों को नियंत्रित करने में सक्षम बनाती हैं, तेजी से जटिल और परस्पर जुड़ी हुई होती जा रही है।
(डॉ.) के. नम्रता फैकल्टी काउंसलर इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग ने एनआईटी जमशेदपुर में आईईई सिस्टम्स काउंसिल स्टूडेंट ब्रांच चैप्टर को धन्यवाद ज्ञापन किया और बताया की सिस्टम इंजीनियरिंग में अनुसंधान, नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देना है। यह छात्रों को अपने तकनीकी कौशल को बढ़ाने और क्षेत्र में नवीनतम विकास के साथ अपडेट रहने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में आईईई सिस्टम्स काउंसिल स्टूडेंट ब्रांच चैप्टर के छात्र सदस्य निशांत कुमार (अध्यक्ष), मंतोष कुमार (उपाध्यक्ष), राजेश कुमार (कोषाध्यक्ष) एमडी सज्जाद(सचिव), कुमारेश पाल (वेबमास्टर), अभिनव कुमार एंव हिमांशु (स्वयंसेवक) का योगदान रहा।
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।