उदित वाणी, जमशेदपुर: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई ) की ओर से आईसीएसई यानी कि 10वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम की शुरुआत मंगलवार 18 फरवरी 2025 से की जाएगी. आईसीएसई का पहला पेपर अंग्रेजी भाषा (इंग्लिश पेपर-1) का आयोजित किया जायेगा. 18 फरवरी से शुरू होकर 10वीं कक्षा की परीक्षाएं 27 मार्च 2025 तक आयोजित की जाएंगी. परीक्षा में भाग लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड की ओर से एग्जाम गाइडलाइंस जारी की जा चुकी हैं. इसमें बोर्ड की ओर से छात्रों को को कहा गया है कि वे परीक्षा के लिए निर्धारित समय से कम से कम 30 मिनट पूर्व एग्जाम हॉल में बैठ जाएं. वहीं पेपर के लिए निर्धारित समय समाप्त होने के बाद ही आपको परीक्षा हॉल छोड़ने की अनुमति दी जाएगी. परीक्षा हॉल में जाने के बाद अगर परीक्षार्थियों केके कोई गलत प्रश्न पत्र मिल जाता है तो इसके लिए तुरंत ही परीक्षक को सूचना देनी है. कहा गया है कि कैलकुलेटर सहित इलेक्ट्रॉनिक गैजेट को परीक्षा हॉल में न लाएं, इन पर पूर्ण रूप से पाबन्दी है. परीक्षा में जमशेदपुर के छह हज़ार छात्र शामिल होंगे. बताते चलें कि काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई ) की 12 वीं की परीक्षा पहले ही शुरू हो चुकी है.
सीबीएसई ने अभिभावकों को अफवाह से बचने को कहा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई ) ने अभिभावकों एवं छात्रों से सोमवार को आग्रह किया कि वे कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के बारे में सोशल मीडिया पर किए जा रहे झूठे दावों के प्रति सतर्क रहें. अधिकारियों ने बताया कि बोर्ड सक्रिय रूप से निगरानी कर रहा है और गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘बोर्ड के संज्ञान में आया है कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया मंच यूट्यूब, फेसबुक, ‘एक्स’ और अन्य पर बोर्ड की परीक्षा (2025) का प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैला रहे हैं और प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने के दावे कर रहे हैं. अधिकारी ने बताया, ‘‘ये दावे निराधार हैं और इनका उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों के बीच अनावश्यक भय पैदा करना है. सीबीएसई सक्रिय रूप से निगरानी कर रहा है और गलत सूचना फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है.
सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शनिवार से शुरू हो गई हैं और यह चार अप्रैल को समाप्त होंगी. अधिकारी ने कहा, बोर्ड इन अपराधियों की पहचान करने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. ऐसी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले छात्रों को सीबीएसई के अनुचित नियमों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत परिणाम भुगतने होंगे. उन्होंने बताया, ‘‘अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को सलाह दें कि वे असत्यापित सूचनाओं पर ध्यान न दें या उन पर विश्वास न करें क्योंकि इससे परीक्षा प्रक्रिया बाधित होती है. छात्रों, अभिभावकों और विद्यालयों सहित सभी हितधारकों को सटीक जानकारी के लिए केवल सीबीएसई की वेबसाइट और सत्यापित सार्वजनिक चैनल पर प्रसारित जानकारी पर ही भरोसा करना चाहिए.
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