
उदित वाणी, जमशेदपुर : मानगो ज़ाकिरनगर कब्रिस्तान में बुधवार को उस वक़्त हंगामा मच गया जब एक व्यक्ति अपनी पत्नी के जनाज़े में पुलिस बोर्ड लगी टाटा सुमो से पहुंचा. स्थानीय लोगों का आरोप है कि उक्त व्यक्ति ने अपनी पत्नी की बीमारी के दौरान उसकी सुध तक नहीं ली और अब अंतिम संस्कार के समय अचानक आकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की.
घटना आज़ादनगर थाना क्षेत्र की है, जहां तमन्ना परवीन (30 वर्ष) नामक महिला की बीमारी से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि तमन्ना की तबीयत बिगड़ने पर उसके पति मोहम्मद वसीम ने उसे मायके भेज दिया था, जहां से परिजन उसे पहले टीएमएच, फिर सदर अस्पताल और अंततः रांची के रिम्स ले गए. तमन्ना का इलाज टीबी के लिए चल रहा था, मगर रविवार देर रात उसकी मौत हो गई.
पति नहीं आया देखने, पर पहुँचा जनाज़े में
परिजनों का आरोप है कि इलाज के पूरे दौर में न वसीम और न ही उसके परिवार के किसी सदस्य ने तमन्ना की कोई खबर ली. इस बाबत पहले भी आज़ादनगर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि वसीम अपनी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार करता था और उसे ससुराल से निकाल दिया गया था.
बुधवार सुबह जब जनाज़े की रस्म के लिए शव को ज़ाकिरनगर कब्रिस्तान ले जाया गया, तभी वसीम अपने भाई के साथ एक पुलिस बोर्ड लगी टाटा सुमो में वहां आ धमका. यह देखकर जनाज़े में शामिल लोग भौंचक्के रह गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वसीम का भाई शराब के नशे में था और वह ज़िद कर रहा था कि जनाज़े के दौरान तमन्ना का चेहरा दुबारा दिखाया जाए, जो इस्लामिक रीति-रिवाजों के खिलाफ है.
हंगामा और पथराव
इस ज़िद को लेकर कब्रिस्तान में मौजूद लोगों में आक्रोश फैल गया. स्थिति बिगड़ने पर कुछ लोगों ने दोनों भाइयों को कब्रिस्तान से बाहर निकाला और उनकी गाड़ी पर पथराव कर दिया. अफरातफरी के माहौल में जनाज़े की रस्म जल्दबाज़ी में पूरी की गई.
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस पति ने पत्नी की बीमारी में साथ देने से इनकार कर दिया, वह अब अंतिम संस्कार के वक़्त क्या दिखाने आया था? लोगों ने आरोप लगाया कि वसीम की गाड़ी पर ‘पुलिस’ का बोर्ड लगा हुआ था, जिससे वह खुद को बचाने की कोशिश कर रहा था. यह गाड़ी किसकी है और पुलिस बोर्ड लगाने की अनुमति किसने दी, इस पर भी सवाल उठ रहे हैं.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही आज़ादनगर थाना के टाइगर मोबाइल की टीम मौके पर पहुंची और दोनों भाइयों को हिरासत में लेकर थाने ले गई. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. प्राथमिक तौर पर यह स्पष्ट नहीं है कि जिस गाड़ी से आरोपी पहुँचे थे, वह पुलिस विभाग से जुड़ी है या नहीं.
थाना प्रभारी ने बताया कि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है. मृतका के परिवार की ओर से यदि कोई लिखित शिकायत मिलती है, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल वसीम और उसके भाई से पूछताछ की जा रही है.
स्थानीय लोगों में नाराज़गी
घटना के बाद स्थानीय लोग काफ़ी आक्रोशित दिखे. ज़ाकिरनगर कब्रिस्तान कमेटी के सदस्यों ने कहा कि जनाज़े के वक्त इस तरह का बर्ताव निंदनीय है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
तमन्ना के परिजनों ने बताया कि वसीम पहले भी घरेलू हिंसा में लिप्त रहा है और तमन्ना को कई बार मारा-पीटा गया था. वे चाहते हैं कि अब पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सज़ा मिले.
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