उदित वाणी, चाईबासा: सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में रविवार को घर पर मतदान की सुविधा ( HomeVoting) तहत पोस्टल बैलेट (Postal Ballot) सुविधा से 102 वर्षीय श्रीमती बेला सेन द्वारा अपने घर पर मतदान किया गया।
भारत के निर्वाचन आयोगके के निर्देशन में AVSC/AVPD श्रेणी के मतदाताओं का Postal Ballot से HomeVoting कराने की सुविधा पश्चिमी सिंहभूम जिला के 5 विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 62 वरिष्ठ/दिव्यांग मतदाता द्वारा घर पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया।
चुनाव आयोग ने पहली बार लोकसभा चुनाव में 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं तथा 40 प्रतिशत दिव्यांगता वाले मतदाताओं को यह सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है।
इस सुविधा का लाभ अधिक से अधिक ऐसे मतदाता उठा सकें, इसके लिए चुनाव आयोग द्वारा लगातार जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिए जा रहे हैं।
वृद्ध तथा दिव्यांग मतदाताओं को उनके घरों में ही वोट देने तथा उन्हें बूथ तक लाने और वापस पहुंचाने की सुविधा मिलने से मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
आयोग द्वारा की गई व्यवस्था के तहतसु रक्षा अधिकारियों के साथ निर्वाचन अधिकारियों की टीम मतदाताओं के वोट लेने के लिए उनके निवास पर रविवार को गई। इसकी सूचना पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन द्वारा मतदाताओं को पहले ही दे दी गई थी। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
बताते चलें कि राज्य में आठ अप्रैल तक 85 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 1.38 लाख मतदाता तथा 3.61 लाख दिव्यांग मतदाता हैं। 85 प्रतिशत से अधिक आयु के मतदाताओं में पुरुषों से अधिक महिलाएं हैं। इन मतदाताओं को उनके घरों में पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कराने को लेकर उनकी पहचान तथा फार्म 12-डी लेने की जिम्मेदारी बूथ लेवल आफिसरों को दी गई है।
प्रत्येक संसदीय सीट में नामांकन शुरू होने के पांच दिनों के अंदर रिटर्निंग ऑफिसर को यह फार्म जमा करना है। दिव्यांगों का यह सुविधा लेने के लिए दिव्यांगता का प्रमाणपत्र भी देना होगा। आयोग ने इस सुविधा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए संबंधित संसदीय सीट के प्रत्याशियों को इन मतदाताओं की एक सूची भी देने के निर्देश जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिए हैं।
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