उदित वाणी, जमशेदपुर: 9 मार्च रविवार को, बाबा बंदा सिंह बहादर गतका अखाड़ा द्वारा आयोजित होला-महल्ला खेल प्रतियोगिता में जमशेदपुर के सिख बच्चों ने अपनी खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया. इस दौरान जगदीप, लवलीन, पृथ्वी, जसप्रीत और हर्षित ने अपनी दौड़ में विजयी होकर खूब आकर्षण बटोरा.
खेलों में बच्चों की शानदार भागीदारी
मानगो स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सभा में आयोजित इस खेल प्रतियोगिता में स्थानीय सिख बच्चों ने अपनी खेल क्षमता को सबके सामने रखा. इसमें जमशेदपुर के 179 बच्चों ने भाग लिया. बाबा बंदा सिंह बहादर गतका अखाड़ा और गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के सहयोग से यह आयोजन किया गया था.
प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन
गुरप्रीत सिंह ने दंड बैठक प्रतियोगिता में जीत हासिल की, जबकि जगदीप, लवलीन, पृथ्वी, जसप्रीत और हर्षित को सबसे तेज धावक घोषित किया गया. लवलीन कौर ने सीनियर वर्ग में सबसे तेज दौड़ने का खिताब जीता. बबलप्रीत कौर ने रजत पदक और सिमरनप्रीत कौर ने कांस्य पदक जीता. जूनियर वर्ग में हर्षित सिंह ने सबसे तेज दौड़ का खिताब जीता, जबकि बरकत सिंह और गुरप्रीत सिंह ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक प्राप्त किए.
मनोरंजन का भी था इंतजाम
साथ ही बच्चों के लिए मनोरंजन के खेलों का भी आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़, बोरी दौड़, स्पून मार्बल दौड़, टोकरी गेंद दौड़, प्रश्नोत्तरी, और रसाकस्सी जैसी मजेदार गतिविधियां शामिल थीं.
होला-महल्ला के इतिहास पर प्रकाश
इस दौरान सिख समाज के मुख्य आयोजक जसवंत सिंह जस्सू ने होला-महल्ला के इतिहास पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि यह त्योहार क्यों मनाया जाता है और इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व क्या है.समाप्ति के बाद सभी विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया गया. इस आयोजन में जसवंत सिंह जस्सू, सुखवंत सिंह सुक्खू, गुरशरण सिंह, कृपाल सिंह और बलजीत संसोआ जैसे व्यक्तियों ने मेंटर की भूमिका निभाई. अन्य कई सहयोगियों ने भी प्रतियोगिता को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
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