उदित वाणी, जमशेदपुर : महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखंड के निर्देशानुसार जमशेदपुर पुलिस द्वारा “जन शिकायत समाधान कार्यक्रम” की चौथी कड़ी का आयोजन आज माईकल जॉन ऑडिटोरियम, बिष्टुपुर में किया गया. यह कार्यक्रम पुलिस महानिरीक्षक के मार्गदर्शन और वरीय पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में संपन्न हुआ. कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता की शिकायतों को सीधे सुनना, उनका निष्पक्ष तरीके से समाधान करना और पुलिस-जन संवाद को सशक्त बनाना रहा.
इस जन सुनवाई कार्यक्रम के अंतर्गत पूर्व में प्राप्त कुल 296 जन शिकायतों की सुनवाई की गई, जिनमें से अधिकांश मामलों का समाधा कर दिया गया, जबकि कुछ मामलों में आवश्यक जांचोपरांत कार्रवाई की प्रक्रिया आरंभ की गई है. इन आवेदनों में भूमि विवाद, पारिवारिक कलह, साइबर अपराध, ठगी, गुमशुदगी, घरेलू हिंसा, सामाजिक उत्पीड़न और सरकारी योजनाओं से संबंधित समस्याएं प्रमुख रहीं.
कार्यक्रम के दौरान अलग-अलग थाना क्षेत्रों से आए लोगों ने व्यक्तिगत रूप से अपनी समस्याएं वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष रखीं. अधिकारियों ने प्रत्येक आवेदक की बात को गंभीरता से सुना और संबंधित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों की निष्पक्ष, समयबद्ध और विधि सम्मत जांच की जाए तथा पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए.
कार्यक्रम में वरीय पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट रूप से कहा कि पुलिस विभाग आम जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर पूरी तरह सजग है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन की दिशा में ठोस पहल है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाएगी और पुलिस प्रशासन पूरी संवेदनशीलता के साथ मामलों को देखेगा.
इस जन शिकायत समाधान शिविर में सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, डीएसपी स्तर के अधिकारी, सभी थाना प्रभारी और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का आयोजन सुनियोजित ढंग से किया गया, ताकि प्रत्येक फरियादी को सुनवाई का पूरा अवसर मिले और किसी भी व्यक्ति को अनदेखा न किया जाए. जन सुविधा केंद्र भी स्थापित किए गए थे, जहाँ फरियादियों को आवेदन जमा करने, पंजीकरण कराने और अद्यतन जानकारी प्राप्त करने में सहायता प्रदान की गई.
इस पहल के प्रति लोगों का रुझान भी उल्लेखनीय रहा. बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपनी शिकायतें दर्ज कराईं. कई मामलों में मौके पर ही संतोषजनक समाधान मिलने पर आवेदकों ने पुलिस विभाग की इस पहल की सराहना की और धन्यवाद ज्ञापित किया.
कार्यक्रम के समापन पर पुलिस अधिकारियों ने यह भी घोषणा की कि ऐसे कार्यक्रम आगे भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि जनता को थाने या दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके. वरीय अधिकारियों ने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम पुलिस की जनोन्मुखी कार्यशैली का प्रमाण है और इससे पुलिस और जनता के बीच विश्वास की नई नींव तैयार हो रही है.
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