नई दिल्ली में भारतीय मानक ब्यूरो के 78वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए श्री जोशी ने कहा कि देश की प्रगति इसके मानकों से निर्धारित होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बीआईएस की स्थापना 1947 में हुई थी और तब से यह मानकों को तैयार करने, लागू करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
गुणवत्ता नियंत्रण के महत्व पर जोर
जोशी ने कहा कि गुणवत्ता पारिस्थितिकी तंत्र का आधार गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों का कार्यान्वयन है। इन आदेशों का उद्देश्य न सिर्फ उपभोक्ताओं की रक्षा करना है, बल्कि भारतीय उद्योगों की वैश्विक विश्वसनीयता को भी बढ़ाना है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज तक BIS ने 750 से अधिक उत्पादों से संबंधित लगभग 200 गुणवत्ता नियंत्रण आदेश जारी किए हैं। साथ ही, उन्होंने देश में चिकित्सा उपकरणों के मानक सुनिश्चित करने का श्रेय भी BIS को दिया।
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