
उदित वाणी, जादूगोड़ा: सरकारी विद्यालयों में भी प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं होती. इस बात को सिद्ध किया है नरवा पहाड़ (गोंडाडीह) के छात्र सायरस कुमार दत्ता ने, जिसने आपातकालीन स्थिति में जान बचाने वाला खिड़की-सीढ़ी मॉडल तैयार कर अंतरराष्ट्रीय पहचान हासिल की है.
सकुरा प्रोग्राम के तहत जापान से मिला आमंत्रण
पिछले वर्ष जापान सरकार के सकुरा साइंस प्रोग्राम के अंतर्गत भारत के सरकारी स्कूलों में विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. उत्क्रमित उच्च विद्यालय, गोंडाडीह के छात्र सायरस दत्ता द्वारा प्रस्तुत जीवन रक्षक आपातकालीन खिड़की सीढ़ी मॉडल राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चयनित हुआ. अब सायरस को जापान में इस मॉडल के प्रदर्शन हेतु आमंत्रित किया गया है. वह 14 जून को जापान के लिए रवाना होगा और 24 जून को भारत लौटेगा.
आर्थिक कठिनाइयों के बीच यूसिल का सहारा
सायरस के पिता प्रेम जीत दत्ता ऑटोचालक हैं और इतनी बड़ी यात्रा का खर्च उठाना उनके लिए कठिन था. विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार सिंह की पहल पर यूसिल के CSR विभाग ने हस्तक्षेप किया और उपमहाप्रबंधक मनोरंजन महाली ने छात्र को दिल्ली-जापान यात्रा हेतु ₹25,000 का चेक प्रदान किया. यह राशि विद्यालय प्रांगण में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रदान की गई.
आग से बचाव का अभिनव मॉडल
सायरस द्वारा निर्मित मॉडल ऐसे भवनों के लिए उपयोगी है, जहां ऊपरी मंजिलों पर फंसे लोग खिड़की के माध्यम से आपातकाल में सुरक्षित नीचे उतर सकते हैं. यह मॉडल विशेष रूप से आगजनी या आपदा की स्थिति में राहत का एक अभिनव उपाय माना गया है.
सम्मान समारोह में जुटे अधिकारी और शिक्षक
कार्यक्रम में यूसिल के उपमहाप्रबंधक मनोरंजन महाली, अपर प्रबंधक स्टेलनी हेंब्रम, CSR अधिकारी गाजिया हांसदा, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुण कुमार सिंह, शिक्षक सनातन भगत सहित सभी शिक्षकों की उपस्थिति रही. प्रधानाध्यापक अरुण कुमार सिंह ने कहा कि यह पूरे विद्यालय के लिए गौरव की बात है. उन्होंने विश्वास जताया कि सायरस की यह सफलता अन्य विद्यार्थियों को भी विज्ञान के क्षेत्र में प्रेरित करेगी.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।