इंटर द्वितीय वर्ष की पढ़ाई रोके जाने से खफा छात्राओं का हंगामा, 72 घंटे का अल्टीमेटम
उदित वाणी, जमशेदपुर: जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की छात्राओं ने बुधवार को सुबह 10 बजे से दोपहर के एक बजे तक विवि के प्रसासनिक परिसर पर तालाबंदी कर दी. इस दौरान खूब हंगामा भी हुआ. छात्राएं अचानक विवि प्रशासन द्वारा इंटर द्वितीय वर्ष की कक्षाएं ठप किए जाने से खफा थीं. छात्राओं ने कहा कि विवि ने नए सत्र में इंटर में दाखिला लेने पर रोक लगाई थी, लेकिन जिन छात्राओं ने पिछले साल दाखिला लिया है, उनकी कक्षाएं द्वितीय वर्ष में अचानक क्यों बंद कर दी गईं. अब सेकेंड इंयर की छात्राएं कहां जाएंगी. सो, घंटों विवि परिसर में हंगामा होता रहा.
आज आजसू छात्र संघ और एआईडीएसओ के संयुक्त नेतृत्व में सत्र 2021-2023 की सैकड़ों छात्राएं विवि परिसर में धरने पर बैठ गईं. गौरतलब हो कि अब यह लड़ाई विवि में इंटर द्वितीय वर्ष की कक्षाएं संचालित करने को लेकर छिड़ गई है. पहले से इंटर की पढ़ाई बंद करने को लेकर महिला विश्वविद्यालय में बबाव चल रहा था अब अचानक सेकंड ईयर की छात्राओं की कक्षा पर भी रोक लगा दिया गया है.
दोपहर के बाद छात्राओं का हंगामा बढ़ता देख विवि के कुलसचिव डॉ प्रभात कुमार सिंह ने छात्राओं के प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया. वार्ता के क्रम में भी विवि प्रशासन टाल-मटोल के रवैया पर बना रहा. कुलसचिव ने कहा कि विश्वविद्यालय बनने के बाद यहां इंटर का संचालन करना संभव नहीं. इसपर छात्र आजसू के कोल्हान अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि विवि की कुलपति यह सब बहानेबाजी कर रही हैं.
नियम के नाम पर इंटर द्वितीय वर्ष की छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा. इसपर कुलचिव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इंटरमीडिएट को लेकर 72 घंटे के भीतर समाधान कर लिए जाने का आश्वासन दिया. प्रदर्शन में हेमंत पाठक, समर महतो, जगदीप सिंह, अभिषेक दुबे, कामेश्वर प्रसाद, आशा कुमारी, संध्या कुमारी, स्वाति कुमारी, स्वेता कुमारी, सुरभि कुमारी, पूजा कुमारी, लाली कुमारी, आकांक्षा कुमारी, मेघा कुमारी, लक्ष्मी कुमारी एवं सैंकड़ों छात्राएं उपस्थित थीं.
नियम कानून के नाम पर छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़
विरोध-प्रदर्शन के दौरान आजसू छात्र संघ के हेमंत पाठक ने कहा कि कुलपति को कोई भी विवादित चीजों को पारित करने से पहले स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं छात्र संघ और छात्राओं को विश्वाश में लेने की आवश्यकता थी, परंतु कुलपति कुछ ज्यादा ही तेजी के साथ कार्य करने में विश्वास रखती हैं, इसलिए बिना विचार विमर्श के मर्जी से इंटर की पढ़ाई बंद करा दी.
विमर्श किया जाता तो कोई न कोई रास्ता निकाला जाता. हेमंत ने कहा कि हम राज्य सरकार से मांग करते है की सत्र 2022-2024 के लिए ग्यारहवीं में नामांकन प्रारंभ करवाने का आदेश पारित करे और सरकार अगले 2 वर्षों के भीतर जमशेदपुर में पुन: पूर्णकालिक विमेंस इंटर कॉलेज खोलने का रास्ता साफ करे, ताकि छात्राओं को समस्या न हो.
हेमंत ने का कि जब विमेंस कॉलेज को ऑटोनोमस का दर्जा मिला था उसी वक्त इंटर की पढ़ाई बंद कर देनी चाहिए थी. उसके बाद जब प्रधानमंत्री ने 2019 में विवि का उद्घाटन किया तो उस समय भी रोक लगाया जा सकता था, लेकिन इस और किसी का ध्यान नहीं गया और आज अचानक से छात्राओं को बीच मझधार में छोड़ दिया जा रहा है. यह उचित नहीं है.
हेमंत ने चेतावनी दी कि इसका समाधान कुलपति और सरकार शीघ्र निकाले नहीं तो अनिश्चित कालीन आमरण अनशन के लिए तैयारी की जाएगी.
छात्राओं के लिए पढऩे के विकल्प कम होना दुर्भाग्यपूर्ण
एआईडीएसओर की सोनी सेन गुप्ता ने कहा कि विमेंस विवि में इंटर की पढ़ाई बंद होना जमशेदपुर के लिए काला दिन है. जब दो महिला कॉलेज में से एक महिला कॉलेज में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद हो रही और छात्राओं की व्यथा सुनने बाला भी कोई नही है तो इससे बुरी चीज और क्या हो सकती है. इस तरह से छात्राओं के मन में अविश्वास जगाना शिक्षा जगत के लिए सही नहीं है.
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