उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा समूह के चेयरमैन एन चन्द्रशेखरन ने नये साल के मौके पर समूह के सहकर्मियों को शुभकामनाएं दीं और आगामी परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने विशेष रूप से 2024 में भारत में उच्च-तकनीकी उद्योगों और विनिर्माण क्षेत्र में समूह के विस्तार की योजना की जानकारी दी. साथ ही, उन्होंने वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति, तकनीकी प्रभाव और टाटा समूह के नए प्रोजेक्ट्स पर भी विचार व्यक्त किए.
टाटा समूह की नई पहल और विस्तार
चन्द्रशेखरन ने बताया कि टाटा समूह ने सात नए विनिर्माण संयंत्रों के निर्माण की शुरुआत की है, जिनमें गुजरात के धोलेरा में भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट और असम में एक नया सेमीकंडक्टर ओसैट प्लांट शामिल हैं. इसके अलावा, कर्नाटक में इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबली प्लांट और तमिलनाडु में ऑटोमोटिव प्लांट जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि समूह ने ब्रिटेन और भारत में बैटरी सेल निर्माण के लिए नए संयंत्र स्थापित किए हैं, जिनका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना है.
रतन टाटा की रणनीतिक दूरदृष्टि का प्रभाव
चन्द्रशेखरन ने इस साल श्री रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि रतन टाटा की दूरदृष्टि ने टाटा समूह को एक नई दिशा दी थी. उनके नेतृत्व में ही समूह ने उच्च-तकनीकी उद्योगों में कदम रखा था, जो अब फल-फूल रहे हैं. चन्द्रशेखरन ने यह भी बताया कि रतन टाटा के प्रेरणादायक कार्यों से समूह के लिए नए रास्ते खुल रहे हैं, जिनका लाभ आने वाले वर्षों में मिलेगा.
समूह का भविष्य: एआई, स्वास्थ्य देखभाल और विनिर्माण
चन्द्रशेखरन ने टाटा समूह के आने वाले कदमों को लेकर विश्वास व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि एआई, स्वास्थ्य देखभाल, और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में टाटा समूह महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगा. उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग स्वास्थ्य देखभाल और पर्यावरण अनुसंधान में किया जाएगा, जिससे मानव कल्याण में वृद्धि होगी.
भारत में विनिर्माण के क्षेत्र में नई संभावनाएं
भारत में विनिर्माण क्षेत्र के भविष्य को लेकर चन्द्रशेखरन ने कहा कि देश के बढ़ते उद्योग और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के साथ भारत एक नए विनिर्माण स्वर्ण युग की ओर बढ़ रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भारत की ओर बढ़ती आपूर्ति श्रृंखला का लाभ देश को मिलेगा और यह भारत की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
सारांश
टाटा समूह के नए प्रोजेक्ट्स और विस्तार के साथ, चन्द्रशेखरन ने टाटा परिवार के सभी सदस्यों को आने वाले समय में चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया. उनका यह संदेश सकारात्मक दृष्टिकोण और भविष्य की ओर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर जोर देता है.
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