उदित वाणी, जमशेदपुर: उपायुक्त अनन्य मित्तल द्वारा सरकारी कार्यालयों की कार्यप्रणाली, विशेष रूप से दस्तावेज़ों के संधारण को लेकर साप्ताहिक निरीक्षण की प्रक्रिया जारी है. इसी क्रम में मंगलवार को उन्होंने एक समीक्षा बैठक कर पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति पर चर्चा की.
समीक्षा बैठक में क्या हुआ स्पष्ट?
स्थापना प्रभारी चंद्रजीत सिंह, विभिन्न कार्यालयों के प्रधान लिपिक और लिपिकों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में उपायुक्त ने साफ कहा कि आगत-निर्गत पंजी, रोकड़ पंजी, संचिका, सी.एन.सी. रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर और इंडेक्स रजिस्टर जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों का उचित और समयबद्ध संधारण अनिवार्य है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी कार्यों में पारदर्शिता तभी सुनिश्चित होगी जब कार्यालयों की बुनियादी व्यवस्थाएं दुरुस्त रहेंगी.
कर्मचारी कैसे करें जनता से व्यवहार?
उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि कार्यालय आने वाले आम नागरिकों को योजनाओं की जानकारी देने या समस्याओं का समाधान करने में अधिकारी-कर्मचारी पूर्ण सहयोग करें. सभी कर्मियों को नियमों के अनुरूप कार्य करते हुए कर्तव्यनिष्ठ और व्यवहार-कुशल बने रहने की अपेक्षा की गई. उनका स्पष्ट कहना था कि सरकारी सेवा में जवाबदेही और शालीनता, प्रशासन की साख को मजबूत करती है.
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