उदित वाणी, जमशेदपुर: आरवीएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सत्र 2022 2023 से ईबीसीए (इम्पलॉयबिलिटी बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) एवं ईबीबीए (इम्पलॉयबिलिटी बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) की पढ़ाई शुरू की जा रही है.
आरवीएस के कोषाध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने इस बाबत जानकारी देते हुए बताया कि ईबीसीए एवं ईबीबीए पाठ्यक्रमों के महत्व को समझते हुए प्रबंधन ने मेधा के आधार पर अतिरिक्त स्कॉरशिप देने का निर्णय लिया है.
कॉलेज के प्राचार्य प्रो (डॉ) राजेश कुमार तिवारी ने इस पाठ्यक्रम के संदर्भ मे चर्चा करते हुए कहा कि कॉलेज में ईबीसीए एवं ईबीबीए की पढ़ाई प्रारंभ हो रही है. यह कई मायनों में दूसरी जगहों पर पढ़ाये जा रहे है संबंधित कोर्सों से भिन्न है.
इस कॉलेज के पासआउट बच्चे साधारण बीसीए एवं बीबीए ग्रेजुएट नहीं होगें, बल्कि सत्र के शुरुआत से हमारा ध्यान उनके रोजगार पर केंद्रित होगा.
उन्होंने आगे बताया कि एक बीसीए ग्रेजुएट को एक कुशल वेब डेवलपर, डाटा बेस एडमिनिस्ट्रेटर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, कंप्यूटर प्रोग्रामर, कंप्यूटर सिस्टम इंजीनियर, कंप्यूटर सिस्टम एनालिस्ट, सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर, आईटी एडमिनिस्ट्रेटर आदि के रूप में विकसित किया जाएगा. इस कोर्स की रूप रेखा इसी रूप में तैयार की गई है.
दूसरी तरफ बीबीए की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा इस कोर्स में इंटरनेशनल बिजनेस, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, ओए मार्केटिग मैनेजमेंट पर विशेष जोर दिया गया है, ताकि बिजनेस मैनेजमेंट के क्षेत्र में जिन प्रोफेसनल्स यथा एरिया सेल्स मैनेजर, ऑपरेशन मैनेजर, ब्रांड मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, फाइनांस मैनेजर, क्वालिटी कंट्रोल मैनेजर, मैनेजर-जेनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑन पीएमआईआर मैनेजर, कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन मैनेजर आदि की अधिक मांग है.
उस क्षेत्र के लिए कुशल टेक्नोक्रेट का निर्माण हो सके. कॉलेज के ट्रेनिंग एण्ड प्लेसमेंट विभाग के अध्यक्ष डॉ विक्रम शर्मा ने कहा कि पिछले 10 वषों से इस कॉलेज का प्लेसमेंट रिकार्ड शानदार रहा है.
विभिन्न उद्योग प्रबंधनों से बातचीत के क्रम में उनलोगों की मांग सामने आयी कि उन्हें बीसीए एवं बीबीए बैकग्राउन्ड के प्रोफसनल्स की बड़ी आवश्यकता है. इन मांगों को देखते हुए बीसीए एवं बीबीए पाठ्यक्रम की शुरूआत छात्रहित में है.
मुझे पूर्ण विश्वास है जिस तरह हम इंजीनियरिंग बैकग्राउन्ड के अभ्यर्थियों के लिए 85 प्रतिशत प्लेसमेंट करा पाते हैं, ठीक उसी तरह बीसीए एवं बीबीए बैकग्राउन्ड के अभ्यर्थियों के लिए प्लेसमेंट हो पाएगा.
इस पाठ्यक्रम की शुरूआत से एक फायदा और होगा कि विभिन्न कम्पनियों के प्रतिनिधिगण जब रिक्रूटमेंट के लिए आते हैं तो उन्हें इंजीनियरिंग बैकग्राउन्ड के अभ्यर्थियों के साथ-साथ बीसीए एवं बीबीए बैकग्राउन्ड के अभ्यर्थी भी मिल जाएगें.
इस चर्चा के दौरान बीसीए सह बीबीए की विभागाध्यक्षा डॉ रेखा तिवरी भी मैजूद थीं.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।