
उदित वाणी, जमशेदपुर: टाटा स्टील अस्पताल नआमुंडी में शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया गया. इस अवसर पर बड़ाजामदा क्षेत्र के डिरीबुरु गांव में एक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जबकि आवासीय क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर लोगों को उनके स्वास्थ्य और जीवन शैली की बीमारियों से संबंधित अन्य विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूक करने के लिए कई सत्र आयोजित किए गए.
स्वास्थ्य शिविर में आसपास के क्षेत्र के करीब 150 ग्रामीणों ने भाग लिया और उनकी जांच की गई. जेआरडीटीटीआई कॉम्प्लेक्स और नॉलेज सेंटर में आयोजित सत्रों में टाटा स्टील के अधिकारी, कर्मचारी और ठेका कर्मचारी शामिल हुए.
गैर संचारी रोग मृत्यु का कारण-डॉ.धीरेन्द्र कुमार
इस अवसर पर डॉ. धीरेंद्र कुमार, चीफ मेडिकल ऑफिसर, टाटा स्टील अस्पताल, नोआमुंडी ने कहा कि वर्षों से गैर-संचारी रोग (एनसीडी) मृत्यु और पीड़ा का प्रमुख कारण बन गए हैं.
इनमें से आधे से अधिक मौतें हृदय रोग, कैंसर, पुरानी सांस की बीमारी और मधुमेह के कारण होती हैं. इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य और जीवन शैली के बारे में अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है. उपस्थित लोगों को बीमारियों से बचाव के लिए नियमित समय अंतराल में स्वस्थ जीवन शैली, नियमित व्यायाम और स्वास्थ्य की जांच करते रहने की सलाह दी गई.
बातचीत के दौरान यह बताया गया कि स्वास्थ्य संबंधी निवारक उपायों में निवेश करने से लंबे समय में बीमारियों से लड़ने में हमारे खर्च में काफी कमी आएगी. टाटा स्टील अस्पताल नोआमुंडी के डॉक्टर डॉ तापस सारंगी, डॉ बीएन मिश्रा, डॉ घनश्याम बिहारी और डॉ अमला शंकर चटर्जी ने स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता सत्र में भाग लिया.
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