उदितवाणी, जमशेदपुर: राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) जमशेदपुर में जंग और कोटिंग्स पर चल रहे दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का समापन गुरुवार 8 दिसंबर को हो गया.
भारतीय धातु संस्थान (आईआईएम) के जमशेदपुर चैप्टर, टाटा स्टील लिमिटेड और एनआईटी जमशेदपुर के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में दुनिया भर के ढ़ाई सौ से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया. समापन समारोह के मुख्य अतिथि वीआईटी भोपाल के कुलपति डॉ कमाची मुदली ने आक्रामक संक्षारक वातावरण हेतु उच्च प्रदर्शन कोटिंग्स पर व्याख्यान दिया.
उन्होंने समझाया कि उच्च फॉस्फोरस युक्त पिग आयरन आधारित कम लागत वाली और नैनोक्रिस्टलाइन कोटिंग अपने उत्कृष्ट संक्षारण और प्रतिरोध गुणों के साथ जस्ता कोटिंग को कैसे प्रतिस्थापित कर सकती है.
आरएमआईटी विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया के डॉ. इवान कोल ने सक्रिय धातुओं पर संक्षारण अवरोधों पर प्रकाश डाला. इम्पीरियल कॉलेज यूके के डॉ. सिवा बोह्म ने जंग से सुरक्षा और ऑटोमोटिव पुर्जों और बैटरियों के थर्मल प्रवाहकीय संरक्षण में उच्च गुणवत्ता वाले ग्राफीन के महत्व के बारे में बताया. गाय के खाद का उपयोग करके क्लोराइड-दूषित सिम्युलेटेड कंक्रीट पोर सॉल्यूशन में हीट-ट्रीटेड माइल्ड स्टील रिबार के क्षरण को रोकना प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत किया गया. सम्मेलन में कार्बनिक, अकार्बनिक और पर्यावरण के अनुकूल अवरोधक पर विस्तार से चर्चा की गई.एआरसीआई हैदराबाद के डॉ. आर. सुबाश्री ने “स्वायत्त स्व-उपचार जंग संरक्षण कोटिंग्स” पर व्याख्यान दिया.
टाटा स्टील के वीपी (न्य टेक्नोलॉजी) ने किया था उदघाटन
सम्मेलन के पहले दिन टाटा स्टील लिमिटेड के प्रौद्योगिकी और नई सामग्री व्यवसाय के उपाध्यक्ष डॉ. देबाशीष भट्टाचार्य ने अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था. कार्यक्रम में डॉ. अरविंद सिन्हा, सलाहकार प्रबंधन, सीएसआईआर-एनएमएल, डॉ. ए.एन. भगत, अध्यक्ष, आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर, डॉ. सिद्धार्थ मिश्रा, सम्मेलन के अध्यक्ष और डॉ. रघुवीर सिंह, सम्मेलन के संयोजक शामिल हुए.
मोटर वाहनों को मजबूत बनाने पर विचार
इंटरनेशनल जिंक एसोसिएशन यूएसए के वक्ता डॉ. फ्रैंक गुडविन ने विनिर्माण क्षमता, स्थायित्व और लागत का त्याग किए बिना हल्के और मजबूत मोटर वाहन भागों का उत्पादन करने हेतु हॉट-डीप धातु कोटिंग्स में प्रगति पर चर्चा की. डॉ. इंद्रनील चट्टोराज, पूर्व निदेशक, सीएसआईआर-एनएमएल ने हाइड्रोजन उत्सर्जन और हाइड्रोजन वर्धित फैटिग डुप्लेक्स स्टेनलेस स्टील्स के बारे में बात की. गैल्वेनलिंग के दौरान जंग की समस्याओं और चुनौतियों को कम करने, मैग्नीशियम के संक्षारण संरक्षण, उच्च एन्ट्रापी मिश्र धातु और हल्के स्टील पर विस्तार से चर्चा की गई.
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