उदित वाणी, रांची: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोल्हान में नशा उन्मूलन व नशे के कारण हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर कमिश्नर व डीआईजी के नेतृत्व में एक कमिटी गठित किया गया है और कोल्हान के कमिशनर व डीआईजी प्रमंडल के प्रत्येक थाना क्षेत्र से आंकड़े जुटाकर यह रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं कि नशाखोरी की वजह से कोल्हान क्षेत्र में कितनी आपराधिक घटनायें हो रही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनायें सिर्फ नशाखोरी की वजह से नहीं होती है. स्वास्थ्य मंत्री चाईबासा के झामुमो विधायक दीपक बिरूवा द्वारा शुक्रवार को अल्पसूचित प्रश्नकाल में पूछे गये सवाल का उत्तर दे रहे थे.
बिरूवा ने सदन में नशाखोरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि कोल्हान में 10 से 16 साल के 73043 बच्चे किसी न किसी नशे के शिकार हैं और नशे के कारण प्रमंडल में हत्या, लूट, डकैती, छिनतई व बलात्कार जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से जानना चाहा कि क्या राज्य सरकार द्वारा प्रमंडल में नशा के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाकर नशे के गिरफ्त में आए बच्चों को जागरूक किया जायेगा और क्या सरकार कोल्हान में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने का विचार रखती है.
बन्ना गुप्ता ने कहा कि यह सवाल स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास नशा मुक्ति केंद्र के तौर पर संसाधन भी कम है.
फिर भी कोल्हान कमिश्नर व डीआईजी का मामले में रिपोर्ट आने के बाद आवश्यकता महसूस होने पर कोल्हान में नशा मुक्ति केन्द्र खोलने पर विचार किया जा सकता है. वैसे तो राज्य के दो बड़े नशा मुक्ति केन्द्रों रिनपास व सीआईपी में 600 से 700 लोगों के रखने की व्यवस्था है और ओपीडी की भी व्यवस्था है.
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