- सरदार हरमिंदर सिंह मिंदी ने किया बहिष्कार कर अदालत में जाने का ऐलान
- महिंदर सिंह ने भी किया भगवान सिंह का समर्थन, महज औपचारिता रह गया मतदान
- पांच मेंबरी कमेटी पूरी कराएगी चुनाव प्रक्रिया, कानून-व्यवस्था देखेगा जिला प्रशासन
उदित वाणी, जमशेदपुर: कोल्हान में गुरुद्वारों की शीर्ष संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी)के प्रधान चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गहमागहमी व तोड़तोड़ का मंगलवार देर रात फलाफल यह निकलता दिखा कि बुधवार 11 जनवरी को होनेवाले चुनाव में भगवान सिंह की एकतरफा जीत होगी. ऐसा इसलिए क्योंकि चार प्रत्याशियों में से तीन अलग-अलग कारणों से मैदान से हट गए. सीजीपीसी के पिछले चुनाव में महज दो वोट से मुखे से पराजित रह जाने वाले मिंदी ने इस बार पांच मेंबरी चुनाव समिति पर पक्षपात कर भगवान सिंह के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए मंगलावर रात को चुनाव बहिष्कार करने व इस मुद्दे को कोर्ट में ले जाने का ऐलान कर दिया, एक अन्य प्रत्याशी सरदार महिंदर सिंह बदले हालात में चुनाव लडऩे से पीछे हटते हुए देर रात भगवान सिंह के समर्थन का ऐलान कर दिया. तीसरे प्रत्याशी हरविंदर सिंह मंटू पहले ही चुनाव की रेस से बाहर हो चुके हैं. उन्होंने चुनाव चिन्ह ही नहीं लिया था. तभी मान लिया गया था कि मंटू की इच्छा चुनाव लडऩे की नहीं है. इससे के बाद यही तस्वीर बनती दिख रही है कि भगवान सिंह भारी मतों से चुनाव जीतने जा रहे हैं. वे अभी मानगो गुरुद्वारा के प्रधान हैं.
सुबह 10 से दिन तीन बजे तक मतदान, नतीजा पांच बजे
पांच मेंबरी चुनाव संचालन समिति के सदस्य नरेंद्र पाल सिंह भाटिया ने बताया कि मंगलवार शाम को धालमूम एसडीओ से वार्ता के बाद बुधवार 11 जनवरी को चुनाव कराने को अंतिम फैसला कर लिया गया. सारे इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. अब कुल 211 मतदाता हिस्सा लेंगे क्योंकि जिन तीन गुरुद्वारों की मतदाता सूची को लेकर विवाद था, उनमें से सोनारी के बाद सीतारामडेरा के भी मतदाताओं को सीजीपीसी चुनाव में भाग लेने की अनुमति प्रदान कर दी गई है. इस तरह अब 211 मतदाता नए प्रधान के चुनाव में मत देंगे. एक सवाल के जवाब में भाटिया ने कहा कि चुनाव संचालन समिति को इससे कोई लेना देना नहीं है कि कोन वोट देने आता है और कौन इसका बहिष्कार करता है. समिति का काम सिर्फ पारदर्शी व निष्पक्ष तरीके से मतदान करना है और उसे वख्रूबी पूरा किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मतदान करने के लिए हर मतदाता को अपना परिचय पत्र दिखाना होगा तभी मतदान स्थल पर उसे प्रवेश मिल सकेगा. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि समिति पूर्व घोषित व मान्य प्रक्रिया के अनुसार चुनाव कराएगी ताकि भविष्य में किसी को किसी तरह का सवाल उठाने का मौका नहीं मिल सके. साकची गुरुद्वारा के निकट सीजीपीसी परिसर में मतदान प्रक्रिया पूरी की जाएगी.
भगवान सिंह के पक्ष में फैसला ले रही समिति : मिंदी
सीजीपीसी के प्रधान पद के उम्मीदवार हरमिंदर सिंह मिंदी ने मंगलवार रात रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि वे चुनाव प्रक्रिया में भाग नहीं लेंगे. क्योंकि उन्हें मतदान तिथि व कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी गई. बिना उनको बताए ही मतदान तिथि का ऐलान कर दिया गया. यही नहीं मतदाता सूची विवाद का अभी तक निराकरण नहीं हुआ है. सूची में उनके हस्ताक्षर भी नहीं कराए गए. हरमिंदर सिंह मिंदी का आरोप है कि चुनाव संचालित करने वाली पांच मेंबरी कमेटी पूरी तरह पक्षपात कर रही है और वह उम्मीदवार भगवान सिंह के पक्ष में फैसले ले रही है. मिंदी ने कहा कि वह बुधवार को चुनाव बहिष्कार कर कोर्ट जाने की तैयारी करेंगे.
हरमिंदर सिंह मिंदी ने कहा कि वह सोमवार को स्वास्थ्य मंत्री और डीसी विजय यादव से मिले थे और चुनाव टालने की मांग की थी. जिस पर उन्हें आश्वासन मिला था कि 10 दिन चुनाव नहीं होगा. लेकिन, इसका उल्टा हो रहा है. बुधवार को अचानक मतदान कराने का ऐलान कर दिया गया है.
महिंदर सिंह हमारे टेंट में बैठेंगे : सरदार शैलेंद्र सिंह
सीजीपीसी के पूर्व प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि बुधवार को मतदान के समय एक अन्य प्रत्याशी सरदार महिंदर सिंह ने भगवान सिंह का समर्थन कर दिया है और महिंदर सिंह मतदान के समय हमारे यानी भगवान सिंह के टेंट में बैठेंगे. शैलेंद्र के अनुसार अब चुनाव महज औपचारिकता है और भगवान सिंह की एकतरफा जीत होने जा रही है.
मिंदी ने खुद लड़ न हमें समर्थन दिया : महिंदर
भगवान सिंह को समर्थन देने का कारण बताते हुए सरदार महिंदर सिंह ने कहा कि उन लोगों के पक्ष में माहौल था पर एक अन्य प्रत्याशी मिंदी न तो खुद लड़े और न ही उनका ही समर्थन किया. मिंदी के चुनाव बहिष्कार के ऐलान के बाद उन्हें भगवान सिंह का समर्थन करने का विकल्प ही ठीक लगा. महिंदर ने कहा कि लगता है कि प्रधान बनना भगवान सिंह के भाग्य में है, इसीलिए सारा घटनाक्रम का फायदा उन्हें यानी भगवान सिंह को मिलता दिख रहा है.
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