उदित वाणी, जमशेदपुर: दि ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज फॉर विमेन के हिन्दी विभाग में मुंशी प्रेमचंद जयंती मनायी गई. इस मौके पर प्राचार्या डॉ. मुकुल खंडेलवाल ने प्रेमचंद के जीवन और साहित्य पर संक्षेप में चर्चा करते हुए, ‘कफन’ कहानी पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि प्रेमचंद ने अपनी क्षमता से हिन्दी साहित्य को एक नई दिशा दी.
उनकी कहानियों और उपन्यासों में समस्त भारत दिखाई पड़ता है. शिक्षक प्रो. राकेश पांडेय ने विषय प्रवेश किया. इस अवसर पर हिन्दी विभाग की छात्राओ ने प्रेमचंद लिखित कहानी ‘बूढ़ी काकी’ का नाट्य रूपांतर प्रस्तुत किया.
इस अवसर पर हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ.भारती कुमारी, श्रीमती डॉरिस दास, डॉ. मुकुल भेंगराज, डॉ. सुशीला हँसदा डॉ. संगीता बिरुवा, दीपिका कुजूर, जया शर्मा आदि उपस्थित थीं.
नाटक प्रस्तुति में श्वेता झा, नीतू, नाजरीन, मीनू, श्वेता कुमारी, अंजलि, सुनीता, रूपा इत्यादि की सराहनीय भूमिका रही. मंच संचालन दीपिका गगराई और धन्यवाद ज्ञापन श्वेता झा ने किया.
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