उदित वाणी, जमशेदपुर: बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के तहत 17 पंचायतों में पानी की आपूर्ति को लेकर स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है. पाइपलाइन के निर्माण कार्य के कारण सड़कें भी बदहाल हो गई हैं. इसके बावजूद, जलापूर्ति की योजना में लगातार तारीखें बढ़ती जा रही हैं. नई कंपनी का जुलाई 2024 तक का लक्ष्य भी पूरा नहीं हो सका है.
आचार संहिता के बाद तेजी से काम
आचार संहिता के समाप्त होते ही बागबेड़ा क्षेत्र की जिला पार्षद डॉ. कविता परमार ने जलापूर्ति योजना को शीघ्र पूरा करने के लिए प्रयास तेज़ कर दिए हैं. पिछले सप्ताह कार्यपालक अभियंता के साथ बातचीत के बाद, डॉ. परमार और उनकी टीम ने योजना के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया. इस दौरान कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार और उनकी पूरी टीम के साथ पंचायत समिति सदस्य झरना मिश्रा और राजू सिंह भी उपस्थित थे.
पिलर निर्माण और पाइपलाइन की स्थिति
बडौदा घाट में पिलर निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. अब वहां से पाइप को फिल्टर प्लांट तक ले जाने के लिए आवश्यक स्थानों का चयन भी कर लिया गया है. पाइप की उपलब्धता जगह-जगह सुनिश्चित की जा चुकी है, जिससे योजना की गति में सुधार आने की उम्मीद जताई जा रही है.
फिल्टर प्लांट का निरीक्षण और कार्य की प्रगति
फिल्टर प्लांट के निरीक्षण में यह पाया गया कि क्लैरीफ्लॉकुलेटर और फिल्ट्रेशन यूनिट के निर्माण कार्य अभी बाकी हैं. कार्यपालक अभियंता ने फरवरी 2024 तक इन कार्यों को पूरा करने का आश्वासन दिया है. ट्रीटमेंट प्लांट के पास स्थित पानी टंकी से कनेक्शन जोड़ने के लिए काम फरवरी तक पूरा होने का भरोसा भी कार्यपालक अभियंता ने दिया.
प्रगति के लिए सक्रिय कदम और सलाह
डॉ. कविता परमार ने योजना के तीन मुख्य बिंदुओं—कलेक्शन, ट्रीटमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन—पर फोकस करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि इन तीनों बिंदुओं पर बचे काम की चेकलिस्ट बनाकर सभी स्थानों पर समानांतर रूप से काम किया जाए, ताकि कार्य की गति में तेजी लाई जा सके.
कनेक्शन और पाइपलाइन के लिए कैंप आयोजित करने की योजना
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि प्रत्येक पंचायत में कैम्प लगाकर शेष लाभार्थियों को कनेक्शन दिए जाएं और पाइपलाइन बिछाने का काम तेज़ी से पूरा किया जाए.
क्वालिटी पर ध्यान और भविष्य के प्रयास
डॉ. कविता परमार ने कहा कि नियमित मॉनिटरिंग से काम की गति में सुधार किया जाएगा, और यदि निर्धारित समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कार्य की गुणवत्ता में किसी भी तरह की कमी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पाइपलाइन कार्य की स्थिति और विभाग का आश्वासन
कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि इंटेक वेल से ट्रीटमेंट प्लांट तक 14.5 किलोमीटर पाइपलाइन का काम चल रहा है, जिसमें से 12 किलोमीटर पाइप बिछाने का काम पूरा हो चुका है. शेष पाइप भी जगह-जगह उपलब्ध करा दिए गए हैं. विभाग ने हर संभव प्रयास करने का भरोसा दिलाते हुए, फरवरी 2024 तक पानी की आपूर्ति शुरू करने का आश्वासन दिया है.
यह योजना बागबेड़ा क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो लंबे समय से जल संकट से जूझ रहे हैं. डॉ. कविता परमार और उनकी टीम का यह प्रयास इस समस्या के समाधान की दिशा में एक कदम और बढ़ने का प्रतीक है.
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