साइबर ठगी का शिकार हो रहे लोग, बदलने की कार्रवाई दो साल से लंबित
उदित वाणी, जमशेदपुर: आए दिन साइबर अपराधियों द्वारा ठगी करने की शिकायतें आते रहती हैं इनमें से सबसे ज्यादा मामले एटीएम से ठगी से जुड़े होते हैं. लेकिन यह जानकर हैरानी होगी कि शहर के अधिकांश एटीएम सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं हैं.
बताया जाता है कि इनमें से 80 प्रतिशत एटीएम ऐसे हैं जो किसी मोटरसाइकिल की चाबी से खोले जा सकते हैं. साइबर अपराधियों ने फिर एक बार स्लॉट निकालकर एटीएम मशीन में ठगी करने का काम शुरू कर दिया है. दो साल पहले ठीक इसी तरह के अपराध को अंजाम देते हुए शहर से लाखों रुपये साइबर ठगों के गिरोह ने उड़ाए थे.
इसके बाद वरीय पुलिस अधीक्षक की मौजूदगी में तमाम बैंक के अधिकारियों की बैठक हुई थी. इसमें यह निर्णय लिया गया था कि शहर में के वैसे एटीएम जो साधारण मोटरसाइकिल की चाबी से खुल जाते हैं, उन्हें बदला जाए और वहां अत्याधुनिक एटीएम को लगाया जाए. उस वक्त सभी बैंक अधिकारियों ने एटीएएम बदलने पर सहमति व्यक्त की थी. लेकिन दो वर्षो के बाद भी सारे के सारे एटीएम वैसे ही हैं.
इसका नतीजा है कि फिर एक बार उसी तरह से साइबर अपराध शुरू हो गए हैं. लोगों के रुपये खाते से निकाल लिए जा रहे हैं. हाल ही में पुलिस के समक्ष ऐसी कई शिकायतें आ चुकी हैं लेकिन अपराधी पकड़ से बाहर हैंं इससे बचने का केवल एक ही रास्ता है कि एटीएम को सुरक्षा मानकों के अनुरुप बनाया जाए. तभी लोग साइबर ठगी का शिकार होने से बच सकेंगे.
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