उदित वाणी, जमशेदपुर: विगत कई वर्षों से सितगोड़ा, बारीडीह, और एग्रीको क्षेत्र में गोवंश पशुओं की चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इन घटनाओं ने पशुपालकों के लिए परेशानी का सबब बना दिया है. खुद मेरे घर के सामने सड़क से तीन साल पहले एक बछिया चोरी हो गई थी, जो सात महीने की गर्भवती और दूध देने वाली नस्ल की थी. इस साल जनवरी में एक काले रंग का बछड़ा गायब हुआ था, जिसे हमने सांढ़ बनने के लिए छोड़ा था. अगस्त में एक और काले रंग की डेढ़ साल की बछिया गायब हुई और सितंबर में एक छह महीने की बछिया चोरी हो गई. अब, हाल ही में लगभग 10 दिन पहले एक साल का बाछा, जो साहीवाल नस्ल का था और जिसे हमने सांढ़ बनने के लिए छोड़ा था, भी गायब हो गया है. यह संभावना है कि उसकी भी चोरी कर ली गई हो.
पुलिस प्रशासन की उदासीनता
इन चोरी की घटनाओं से पशुपालक बेहद परेशान हैं. जब किसी कारणवश कोई गाय घर नहीं लौटती, या भटक जाती है, तो पशुपालक उसे ढूंढ़ने के लिए काफी परेशान होते हैं. ऐसे में, स्कार्पियो, बोलेरो और पिकअप वैन में सवार गौ तस्कर इन गायों को उठा लेते हैं. पशुपालक, जिसने अपनी कड़ी मेहनत और गाढ़ी कमाई से इन पशुओं को पाला था, अब वह गायब हो जाते हैं. पुलिस प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं करता. यही नहीं, इन घटनाओं का वीडियो भी वायरल हुआ था, फिर भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं.
सवर्ण सेना की चेतावनी
सवर्ण सेना पुलिस प्रशासन से मांग करती है कि अब यह चुप्पी तोड़ी जाए. गौ तस्करी अब अपनी सीमा पार कर चुकी है. अगर इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जाती और चोरी हुए पशुओं की सकुशल वापसी नहीं होती, तो क्षेत्र की जनता में आक्रोश पैदा हो सकता है. सवर्ण सेना ने चेतावनी दी है कि अगर 10 दिनों के भीतर पुलिस प्रशासन द्वारा पशु चोरी की घटनाओं पर रोक नहीं लगाई जाती और गौ तस्करों को पकड़कर उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तो सवर्ण सेना थाना घेराव करने को बाध्य होगी.
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