- मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय (निगरानी) विभाग के प्रधान सचिव से की मांग
उदित वाणी, जमशेदपुर: अपने खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की ओर से प्राथमिक जांच (पीई) शुरू करने की सरकार से अनुमति मांगने के बाद गरमाये सियासी माहौल में विधायक सरयू राय ने जांच कराने की गुगली फेंककर पूर्व सीएम अपने सबसे बड़े सियासी विरोधी (आज की तारीख में )को भी लपेटे में लेने की कवायद की है.
मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय (निगरानी) विभाग के प्रधान सचिव को भेजे पत्र में सरयू ने लिखा है कि विगत दो तीन दिनों से मीडिया में खबरें प्रकाशित-प्रसारित हो रही हैं कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने मेरे विरूद्ध टेल्को, जमशेदपुर के किसी जी कुमार द्वारा लगाए गये भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने के लिये प्राथमिक जांच कराने की अनुमति निगरानी विभाग से मांगा है.
सरयू ने पत्र में लिखा है कि उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के जमशेदपुर के कतिपय समर्थकों ने यही आरोप जुलाई 2021 में भी मेरे उपर लगाया था और जमशेदपुर से रांची जाकर राज्यपाल से इनकी जांच कराने की मांग की थी. सरयू के अनुसार उन्होंने इन आरोपों का तथ्यगत जवाब उस समय भी दे दिया था.
सरयू ने प्रधान सचिव को लिखा है कि यदि एसीबी ने इस आशय का कोई आग्रह पत्र विभाग को भेजा है तो कृपया शीघ्रातिशीघ्र एसीबी को इन आरोपों की जाँच करने का आदेश दे दिया जाय। यदि विभागीय विवेचना में आरोप आधारहीन पाए जाते हैं, तब भी इनकी गहन जांच करने का आदेश एसीबी को दिया जाए और एक समय सीमा के भीतर यह जांच को पूरा करना सुनिश्चित कराया जाए.
सरयू ने पत्र में आगे लिखा है कि इसके अतिरिक्त मेरा यह निवेदन है कि एसीबी ने मेनहर्ट घोटाला में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास एवं अन्य की भूमिका के बारे में जांच पूरा कर एक वर्ष से अधिक समय पहले जांच प्रतिवेदन जमा कर दिया है। जांचोपरांत एसीबी ने रघुवर दास को अभियुक्त नम्बर-1 बनाया है. सुना है कि विभाग ने इसपर विद्वान महाधिवक्ता से परामर्श मांगा है. इस मामले में एसीबी को आगे की कार्रवाई करने का आदेश दिया जाए.
सरयू के अनुसार झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह-2016 के अवसर पर राज्य के विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच टॉफी, टी-शर्ट बांटने ने तथा गायिका सुनिधि चौहान का कार्यक्रम कराने में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की मिलीभगत से जमशेदपुर के इनके लगुओं-भगुओं ने जो भ्रष्टाचार किया है, उसकी जांच भी सरकार के निर्देश पर एसीबी पूरा कर चुकी है. जहां तक मेरी (सरयू राय की) जानकारी है कि जांच में रघुवर दास एवं अन्य पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो चुके हैं.
सरयू ने पत्र में आगे लिखा है कि अनुरोध है कि वर्णित विवरण के आलोक में मेरे उपर लगे आरोपों की त्वरित जांच कराने का आदेश एसीबी को दें। बेहतर होगा इस मामले में पीई दर्ज करने के बदले एफआईआर दर्ज कर जांच की कारवाई करने का आदेश एसीबी को दें। साथ ही रघुवर दास के विरूद्ध पूरी हो चुकी उपर्युक्त एसीबी जांच के फलाफल के अनुरूप रघुवर दास एवं अन्य के विरूद्ध मुकदमा दायर करने की विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश भी एसीबी को दिया जाए.
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