उदित वाणी, रांची: खनन व मनरेगा घोटाले में ईडी की कार्रवाई के बाद अब राज्य में बहुचर्चित 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाले के मामले में गुरूवार को सीबीआई की धमक सुनाई दी. सीबीआई की टीम गुरूवार को सुबह-सुबह पूर्व खेलमंत्री बंधु तिर्की के रांची के बनहोरा स्थित पैतृक आवास के अलावा मोराहाबादी स्थित सरकारी आवास पर जा घमकी और सर्च अभियान चलाया. इसके अलावा सीबीआई की टीम द्वारा झारखंड कबड्डी एसोसिएशन के सचिव सह बोकारो ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन कुमार सिंह के बोकारो सेक्टर 8/सी स्थित क्वार्टर नंबर 2201 में भी छापेमारी की. इसके साथ ही बताया गया कि खेल घोटाले को लेकर सीबीआई द्वारा झारखंड में 12, पटना में 2, दिल्ली में 2 व नोएडा में 2 कुल 18 जगहों पर सर्च अभियान चलाया गया.
कागजातों की जांच करने के साथ-साथ लोगों से पूछताछ की गई. राष्ट्रीय खेल के आयोजन में बर्ष 2008 से बर्ष 2014 तक के बीच हुए विभिन्न टेंडरों व उससे जुड़े भुगतान में हुई गड़बड़ियों की तह तक जाने के लिए सीबीआई द्वारा दबिश दी गई। ज्ञात हो कि बंधू तिर्की फिलवक्त दिल्ली में है. सीबीआई के अधिकारियों ने उनसे फोन पर बातचीत भी की और सीबीआई के समक्ष उपस्थित होकर जांच में सहयोग करने को कहा गया. गौरतलब है कि बंधू आय से अधिक संपत्ति मामले में विधानसभा की सदस्यता गवां चुके हैं। इधर जांच के क्रम में सीबीआई की टीम मोराहाबादी स्थित राष्ट्रीय खेल आयोजन समिति एनजीओसी का कार्यालय भी पहुंची। जहां पिछले छह साल से ताला लगाकर रखा गया था. सीबीआई की टीम द्वारा कार्यालय का ताला तोड़कर कागजातों की जांच की गई.
दो प्राथमिकी दर्ज करके सीबीआई पटना की टीम कर रही है जांच
झारखंड हाईकोर्ट के पिछले 11 अप्रैल के आदेश पर 22 अप्रैल को राष्ट्रीय खेल घोटाले में सीबीआई पटना की टीम ने मामले में दर्ज कांड संख्या 49/10 को टेकओवर किया है और दो प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें पहला मामला आरसी-0242022ए001
मेगा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स निर्माण में हुई अनियमितता से जुड़ा है. इसमें अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मेगा स्पोर्टस कांप्लेक्स निर्माण का बजट 206 करोड़ रूपये था. जिसे बढ़ाकर 424 करोड़ रूपये कर दिया गया था। वहीं दूसरा मामला आरसी-0242022ए002 दर्ज किया गया है. जो खेल सामग्री व 34वें राष्ट्रीय खेल आयोजन से जुड़े घपले-घोटाले से संबंधित है. खेल आयोजन में 28.34 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया. इसमें उंची कीमत पर बिना टेण्डर किए खेल सामग्री खरीदी गई.
बंधु के खिलाफ धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में अनियमितता बरतने का है आरोप
बंधु तिर्की के खिलाफ धनबाद में दो स्क्वैश कोर्ट के निर्माण में वित्तीय अनियमितता बरतने का आरोप है. स्क्वैश कोर्ट के निर्माण की जिम्मेदारी मुंबई की कंपनी जाइरेक्स इंटरप्राइजेज को दी गयी थी. कंपनी ने एक करोड़ 44 लाख 32 हजार 850 रुपये का एस्टीमेट दिया था. आयोजन समिति के महासचिव एसएम हाशमी व तत्कालीन खेल निदेशक पी सी मिश्रा तथा विभागीय सचिव की अनुशंसा के बाद इस प्रस्ताव की संचिका तत्कालीन खेल मंत्री बंधु तिर्की के पास भेजी गयी थी. तिर्की ने नीतिगत निर्णय लेते हुए 20 अक्टूबर 2008 को इसे अनुमोदित कर दिया था और कंपनी को 50 लाख रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया गया था. लेकिन बाद में बिना स्वीकृति के भुगतान के कारण वित्तीय अनियमितता की पुष्टि हुई.
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