उदित वाणी, चाईबासा: झारखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. मतगणना शुरू होने में 60 घंटे रह गए हैं. मतगणना के बचे समय तक चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों के दिल की धड़कन तेज हो गई है.संभावित जीत हार को लेकर प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है.
झारखंड के 81 विधानसभा सहित पश्चिमी सिंहभूम जिले के पांच विधानसभा क्षेत्र की मतगणना 23 नवंबर को होगी. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी. पांचो विधानसभा के 66 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला रिजल्ट के रूप में सामने आएगा. इसको लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम दौर में है. मतगणना केंद्र के आस-पास विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. विभिन्न स्थानों पर बैरिकेडिंग, ड्रॉप गेट का निर्माण कराया जा रहा है. मतगणना परिसर और बाहरी क्षेत्रों में रोशनी के इंतजाम किए जा रहे हैं.सभी पर नजर बनाए रखने के लिए 64 कैमरे भी लगाए गए हैं.सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.प्रमुख चौक चौराहों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और जवानों की तैनाती होगी.
जिले के कई राजनीतिक दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद है.पांचों विधानसभा में मतदाताओं ने उनके भाग्य का फैसला कर दिया है.चाईबासा विधानसभा क्षेत्र से मंत्री दीपक बिरूवा और गीता बालमुचू, मझगांव के विधायक निरल पुरती और पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, जगन्नाथपुर से पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा, चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव और पूर्व विधायक शशि भूषण सामड, मनोहरपुर से सांसद जोबा मांझी के पुत्र जगत माझी, और डॉ. दिनेश चंद्र बोयपाई समेत 66 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है.
वज्रगृह की निगरानी पांचो विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी और उनके समर्थक भी कर रहे हैं. इसके लिए मतगणना केंद्र के पास एलईडी स्क्रीन लगाया गया है. जिसके द्वारा अंदर की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. चुनाव परिणाम को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन के द्वारा यह व्यवस्था की गई है.
चुनाव परिणाम को लेकर प्रत्याशियों की धड़कन तेज और बेचैनी बढ़ गई है. वहीं मतदाताओं की भी बेचैनी साफ दिखाई दे रही है.चुनाव परिणाम को लेकर चौक-चौराहों खासकर चाय और पान दुकानों पर चर्चा होने लगी है. हार-जीत को लेकर शर्त लगाई जा रहे हैं.गांव में भी कौन प्रत्याशी जीतेगा और किसकी होगी हार इस बात की चर्चा में लोग मशगूल है. चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों में किसके सर पर बंधेगी ताज और किसकी होगी हार यह 23 नवंबर को ही स्पष्ट होगा.
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