उदित वाणी, जमशेदपुर: बागबेड़ा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में भारत के स्वतंत्रता के नायक बाल गंगाधर तिलक तथा चंद्रशेखर आज़ाद की जयंती मनाई गई. इस दौरान आचार्य सम्मान समारोह का आयोजन भी किया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पार्षद कविता परमार, विद्यालय प्रबंध कारिणी समिति के उपाध्यक्ष सुधांशु पति, सचिव प्रसन्न वदन मेहता, कोषाध्यक्ष विजय गुप्ता उपस्थित थे. मौके पर पार्षद कविता परमार ने कहा कि गुरु हमेशा श्रेष्ठ होते हैं, किंतु अभी के समय में शिक्षा के व्यवसायीकरण के चलते गुरुओं को छात्रों द्वारा दिए जाने वाले सम्मान में कमी आई है.
कहा कि इसे पढ़ाई और संस्कार के साथ आप लोग ही ठीक कर सकते हैं. विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव प्रसन्न वदन मेहता ने कहा कि नई पीढ़ी को मूल्य आधारित शिक्षा और संस्कार प्रदान करना ही विद्यालय का लक्ष्य है. इस अवसर पर बच्चों को प्राकृतिक वातावरण के साथ जोडऩे के उद्देश्य हेतु विद्यालय परिसर में एक तरणताल का उदघाटन भी किया गया.
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