उदित वाणी जमशेदपुर : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अभय सिंह ने आज एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से दुर्गा पूजा काशीडीह में हुए उपद्रव पर अपनी प्रतिक्रिया दी और इस घटना को राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह घटना झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता की साजिश का परिणाम है, जिसका उद्देश्य उन्हें और उनके परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाकर उनकी लोकप्रियता को नुकसान पहुंचाना है।
अभय सिंह ने घटना की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि धर्मेंद्र नामक व्यक्ति, जो गोलगप्पे वाले को मारकर घायल कर चुका था, और पिंटू दास, जिन्हें स्टूरा चलाकर घायल किया गया, दोनों घटनाएं मंत्री बन्ना गुप्ता की योजना के तहत हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री गुप्ता चुनाव के समय नजदीक आने पर घबराकर इस प्रकार की रणनीति अपना रहे हैं। उनके अनुसार, यह सब उनके और उनके परिवार के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है, ताकि उन्हें जेल भेजा जा सके और उनकी लोकप्रियता को खत्म किया जा सके।
अभय सिंह ने कहा, “मंत्री बन्ना गुप्ता ने जानबूझकर मेरे परिवार के सदस्यों, जिसमें तीन भाई, तीन भतीजे और एक भांजा शामिल हैं, के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए हैं। यह राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि धर्मेंद्र को इतनी गंभीर चोटें आई थीं, तो उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती न कराकर एक निजी अस्पताल में क्यों भेजा गया? इसके साथ ही, उन्होंने पूछा कि घायल पिंटू दास और गोलगप्पे वाले को टाटा मेन हॉस्पिटल में भर्ती क्यों नहीं कराया गया।
उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि धर्मेंद्र को कितनी चोटें आई हैं। अभय सिंह ने कहा, “यह मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा रचा गया एक ड्रामा है, ताकि मेरी लोकप्रियता को कमजोर किया जा सके। मैं जिला प्रशासन से अपील करता हूं कि धर्मेंद्र की मेडिकल जांच के लिए एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए।”
अभय सिंह ने आरोप लगाया कि मंत्री गुप्ता प्रशासन पर दबाव डालकर इस मामले को अपने पक्ष में मोड़ना चाहते हैं। उन्होंने रामनवमी झंडे के मामले का हवाला देते हुए कहा कि जिस तरह से उस समय उन पर झूठे केस दर्ज किए गए थे, उसी प्रकार इस मामले में भी उन्हें अभियुक्त बनाने की साजिश रची जा रही है। उनका कहना था कि यह सब उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश है।
उन्होंने यह भी मांग की कि घटना के सभी वीडियो फुटेज सार्वजनिक किए जाएं। “अगर किसी भी वीडियो फुटेज में मैं या मेरे लोग हथियार लेकर दिखें, तो मुझे तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए,” अभय सिंह ने कहा।
भाजपा नेता ने दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर भी अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि पूजा समिति की प्राथमिकता मेले में आने-जाने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई असामाजिक तत्व माहौल को खराब करने की कोशिश करता है, तो उसे सख्त प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा।
अभय सिंह के समर्थन में भाजपा के अन्य नेताओं ने भी सम्मेलन में अपनी बात रखी। पार्टी के जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि अभय सिंह के खिलाफ इस तरह की साजिशें जारी रहीं, तो पार्टी इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
इस मौके पर प्रदेश महामंत्री हालदार नारायण शाह, अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह, महासभा के अध्यक्ष जितेंद्र यादव समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।