उदित वाणी, जमशेदपुर: निखिल भारत बंग साहित्य सम्मेलन जमशेदपुर शाखा का 67वां वार्षिक अधिवेशन 2 मार्च 2025 को सोनारी कम्युनिटी सेंटर में आयोजित किया गया. इस अवसर पर केंद्रीय सचिव अनिल धर ने ध्वजारोहण किया, जिसके बाद सम्मेलन का ध्वजारोहण संपादक झरना कर और अन्य अतिथियों द्वारा किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शेखर दे उपस्थित थे.
सम्मानित अतिथि और कार्यक्रम की शुरुआत
इस विशेष अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में तापस मित्र, केंद्रीय सचिव अनिल धर, बिहार, झारखंड और ओडिशा के आंचलिक सभापति आशीष गुप्ता, केंद्रीय पत्रिका के संपादक बिपुल गुप्ता, संपादक शमिता रक्षित, झरना कर, पृष्ठपोषक निखिल दत्त, बासबी गोस्वामी और भारत सेवाश्रम के साधारण संपादक सुप्रिया महाराज उपस्थित थे. सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करके अधिवेशन का उद्घाटन किया और इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए एकजुट होकर योगदान दिया.
संगीत और सम्मान
सम्मेलन के दौरान, अदिति सेनगुप्ता, तपती दत्त, बुलबुल घोष, देवयानी दत्त, मोनालिसा दे और सुपर्णा सेन शर्मा द्वारा सुंदर संगीत प्रस्तुत किया गया. झरना कर ने स्वागत भाषण दिया, जबकि निखिल दत्त ने अपने विचार व्यक्त किए. सचिव शमिता रक्षित ने पूरे वर्ष के कार्यक्रम की जानकारी दी.
विशेष सम्मान और विमोचन
इस अवसर पर सभी सम्मानित अतिथियों को अंगवस्त्र, पुष्प स्तबक और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. सम्मेलन में ‘मैत्री पत्रिका’ का विमोचन भी किया गया, जिसमें निसार सरफुद्दीन का अहम योगदान था. धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष तपन सेन शर्मा ने किया.
द्वितीय अधिवेशन में साहित्यकार सुनील माझी ने शिशु साहित्य पर प्रकाश डाला. साथ ही करीम सिटी कॉलेज के बंगला विभाग के अध्यक्ष बैद्यनाथ त्रिपाठी और बिपुल गुप्ता ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
सम्मान और मंचन
प्रथम अधिवेशन में तपन सेन शर्मा, सुजाता विश्वास, विमल चक्रबर्ती, सुनील मित्र और सुमना पात्र को विशेष सम्मान से नवाजा गया. इसके बाद गीति आलेख्य और श्रुति नाटक “घातक” का मंचन किया गया, जो कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था.
समाजसेवी का योगदान
समाजसेवी पूरबी घोष का इस आयोजन में अहम योगदान रहा. कार्यक्रम में दीपांकर मुखर्जी, अनिता मुखर्जी, डॉक्टर देव दास, स्तोता दासगुप्ता, शिप्रा भट्टाचार्जी, चन्दना मुखर्जी, डॉक्टर काकुली गुहा, कावेरी सरकार, मीता घोष, श्रावणी मित्र, सुष्मिता गांगुली और रमा बनर्जी जैसे विशिष्ट लोग भी उपस्थित थे.
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