# मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आएंगे, जोरदार अभिनंदन से शक्ति प्रदर्शन करेगा झामुमो
# भाजपा ने भी कसी कमर, उसी दिन राज्यव्यापी आंदोलन का करेगी आगाज
उदित वाणी, जमशेदपुर: अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पूछताछ से लिए समन भेजे जाने के बाद राज्य का सियासी पारा चढऩे लगा है.
हेमंत की पार्टी झामुमो द्वारा इसे सियासी मुद्दा बनाते हुए आक्रामक रुख अख्तियार किया गया है तो दूसरी ओर भाजपा भी इस माहौल को अपने पक्ष में मोडऩे में जी जान से जुटी है. पार्टी ने सात नंवबर से राज्य में भ्रष्टाचार समेत अन्य मुद्दों को लेकर आंदोलन करने की घोषणा की है. संयोग से सात नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन का जमशेदपुर में कार्यक्रम है.
लिहाजा झामुमो उनका जोरदार तरीके अभिनंदन कर अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है. इस तरह से इस सियासी जोर आजमाइश का सात नवंबर को शहर में क्लाइमेक्स दिखने के संकेत साफ दिख रहे हैं.
हेमंत के स्वागत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा झामुमो
सात नवंबर को मुख्यमंत्री सह झामुमो के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के नगरागमन की लेकर झामुमो जिला कमेटी ने उनके अभिनंदन की जोरदार तैयारी शुरू कर दी है. सात नवंबर को सीएम का शहर में सरकारी कार्यक्रम है.
आपकी सरकार-आपके द्वार अभियान के क्रम में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने सीएम उस दिन शहर आ रहे हैं. उस दिन सीएम जमशेदपुर की जनता को दर्जनों योजनाओं की सौगात देंगे. उनका कार्यक्रम बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान आयोजित होगा. झामुमो इस कार्यक्रम में आम जनता की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित कराने को लेकर पूरी ताकत के साथ जूुट गया है.
पार्टी सीएम के स्वागत में कोई कोर कसर बाकी रखना नहीं चाहती. इस कार्यक्रम के साथ पार्टी अपने सियासी प्रभाव का भी सार्वजनिक प्रदर्शन कराना चाह रही है.
इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के आधुनिक प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पारंपरिक रूप से भी उपयोग किए जाने वाले साधनों के इस्तेमाल में लाने की व्यवस्था की गई है.
भाजपा ने बनाई आंदोलन की रणनीति, रघुवर दास भी सक्रिय
हेमंत सोरेन के राज में भ्रष्टाचार, अराजकता, तुष्टिकरण, महिला उत्पीडऩ, ध्वस्त विधि व्यवस्था, वादाखिलाफी एवं अन्य मुद्दों पर भाजपा ने सात नवंबर से राज्यभर में आंदोलन की घोषणा की है. आंदोलन को सफल बनाते हुए शक्ति प्रदर्शन को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व सीएम रघुवर दास भी सक्रिय हैं.
बुधवार को प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार आंदोलन की सफलता को लेकर भाजपा जमशेदपुर महानगर की एक बैठक बिस्टुपुर स्थित तुलसी भवन में हुई.
महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो, मेनका सरदार, जेबी तुबिद, रीता मिश्रा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं पूर्व जिलाध्यक्ष मुख्य रूप से शामिल हुए.
बैठक में जमशेदपुर महानगर अंतर्गत चारों प्रखंड मुख्यालयों पर सात नवंबर को निकाली जानेवाली आक्रोश रैली की सफलता के विभिन्न पहलुओं को लेकर विचार-विमर्श किया गया.
गुंजन यादव ने बताया कि कार्यकर्ता जमशेदपुर अंतर्गत करनडीह प्रखंड कार्यालय, पोटका प्रखंड कार्यालय, बोड़ाम प्रखंड कार्यालय एवं पटमदा प्रखंड कार्यालय पर 7 से 13 नवंबर के बीच राज्य सरकार की भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, खनिज संपदाओं की लूट और ठप्प विकास कार्यो को उजागर करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे.
तिजोरी भरने के काम में जुटी हेमंत सरकार : रघुवर
बैठक में रघुवर दास ने कहा कि करीब तीन वर्षों के बाद भी हेमंत सरकार की उपलब्धियां नगण्य है. हेमंत गठबंधन सरकार जल, जंगल और जमीन बचाने की बात कर सत्ता में आई थी, लेकिन यह सरकार झारखंड के जल, जंगल और जमीन को बेचकर अपनी तिजोरी भर रही है.
अपने परिवार और नजदीकी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए हेमंत सरकार के संरक्षण में पिछले ढाई वर्ष में झारखंड के जल-जंगल और जमीन के साथ-साथ खनिज संपदा की जमकर लूट हुई है.
विद्युत महतो ने कहा कि हेमंत सरकार के संरक्षण में पूरे प्रदेश में अवैध खनन जोरों पर है. उन्होंने झारखंड में केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में पीएम आवास योजना सहित दर्जनों केंद्रीय योजनाओं पर राज्य सरकार का रवैया चिंताजनक है.
ईडी की कार्रवाई के विरोध में कल प्रदर्शन करेगा झामुमो
ईडी को हथियार बनाकर कराई जा रही इस कार्रवाई के विरोध में झामुमो की पूर्वी सिंहभूम जिला ईकाई जिला मुख्यालय पर 5 नवंबर शनिवार को सुबह 10 बजे से विशाल धरना प्रदर्शन करने जा रही हैं.
झामुमो के जिला अध्यक्ष व विधायक रामदास सोरेन के अनुसार इस धरना प्रदर्शन में शहर से लेकर देहात तक के तमाम वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता अपने अपने पारंपरिक हथियारों के साथ शामिल होंगे.
झामुमो ने आरोप लगया है कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने के लिए केन्द्र की भाजपा नीत सरकार द्वारा कभी राज्यपाल से बम फोड़बाने की धमकी दिलाई जा रही तो कभी ईडी से समन भेजवा कर डराने का प्रयास किया जा रहा है.
हेमंत ने तीन सप्ताह का समय मांगा, सीएम हाउस के बाहर बीच सडक़ पर झामुमो का शक्ति प्रदर्शन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवैध खनन व मनी लौंड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने गुरुवार को पूर्वाहन 11.30 बजे बुलाया था. परन्तु सोरेन ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए और पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों में व्यस्त होने का हवाला देते हुए पेश होने के लिए ईडी से तीन सप्ताह का समय मांगा. इस संबंध में उन्होंने ईडी कार्यालय को एक पत्र भी भेजा है.
वहीं झामुमो ने मुख्यमंत्री आवास के बाहर बीच सडक़ पर ईडी के खिलाफ जमकर शक्ति प्रदर्शन किया. झामुमो कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सोरेन ने ईडी को खुली चुनौती दी और कहा कि अगर उन्होंने संगीन गुनाह किया है, तो पूछताछ क्या करना.
समन क्यों. हिम्मत है तो सीधे गिरफतार करके दिखाओ. मुख्यमंत्री आवास के समक्ष अपने 29 मिनट के भाषण में उन्होंने भाजपा व केन्द्र सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.
रायपुर गए हेमंत सोरेन, छग सरकार के कार्यक्रम में बने मुख्य अतिथि
कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री सोरेन ईडी कार्यालय के रास्ते से ही एयरपोर्ट गये और बिशेष विमान से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे। जहां उन्होंने आदिवासी महोत्सव में हिस्सा लिया.
रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर उनका राज्य सरकार की ओर से आत्मीय स्वागत किया गया. छग के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने उनकी आगवानी की. हेमंत सोरेन रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
कार्यक्रम में राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के मुख्य अतिथि के रूप में हेमंत सोरेन का छत्तीसगढ़ का राजकीय गमछा पहनाकर स्वागत किया गया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की लगभग 28-30 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है. लेकिन, अलग राज्य बनने के बाद कभी भी आदिवासियों के लिए कोई विशेष कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए. हमारी सरकार ने पहली बार इस वर्ष विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ भाई -भाई हैं. दोनों ही राज्यों में कई समानताएं हैं. दोनों ही राज्यों में आदिवासियों की एक बड़ी आबादी निवास करती है. अगर आप इन दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों में चले जाएं तो आपको पता ही नहीं चलेगा कि कौन छत्तीसगढ़ का क्षेत्र है और कौन झारखंड का. यही विशेषता दोनों राज्य को एक-दूसरे के बेहद करीब लाती है.
भाजपा कार्यकर्ता गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं: दीपक प्रकाश
इधर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाषण पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता मद में अहंकार की भाषा बोलते हुए लोकतंत्र का गला घोंटना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा ने ही अलग झारखंड राज्य का गठन किया है.
भाजपा राज्य के संसाधनों को लूटते और बर्बाद होते नहीं देख सकती है. उन्होंने कहा कि झारखंड आंदोलन को बेचने और खरीदने वाले इस दर्द को क्या समझेंगे. दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री व झामुमो की गीदड़ भभकी से नहीं डरती है.
भाजपा राज्य के सवा तीन करोड़ जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति है. भाजपा के कार्यकर्ता जब आपातकाल में कांग्रेस के दमन से नहीं डरे तो फिर आज क्या डरेंगे. वहीं उन्होंने कहा कि जब आम आदमी अपनी जायज मांगों को लेकर रोड जाम करते हैं, तो हेमंत सरकार की पुलिस उनपर मुकदमा करती है.
लेकिन मुख्यमंत्री को सडक़ पर भाषण देने में कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को कब तक धोखा देते रहेंगे. उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया ने मुख्यमंत्री बनाया है.
इसलिए उनसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया व मर्यादाओं के पालन करने की जनता अपेक्षा रखती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी देश व राज्य आपके प्रोपगंडा से नहीं, बल्कि भारत की संवैधानिक संस्थाओं व व्यवस्था से चलेगा. आप उसके एक प्रमुख अंग हैं. आप पाक साफ हैं, तो आपको फिर डरने की क्या जरूरत है.
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