उदित वाणी, रांची: झारखंड एकेडमिक कौंसिल जैक में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्ति नहीं होने से न केवल लाखों छात्र-छात्राओं में संशय की स्थिति उत्पन्न हुई है, बल्कि इस मुद्ये पर राजनीति भी गरम हो गई है. बच्चों के भविष्य को देखते हुए राज्य के वित्त रहित विद्यालयों के संयुक्त संघर्ष मोर्चा द्वारा तो बुधवार को झारखंड हाईकोर्ट जाने की भी तैयारी की गई है. जानकारी के मुताबिक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर संघर्ष मोर्चा द्वारा जनहित याचिका दायर की जा सकती है. वहीं जैक के सचिव ने स्कूली शिक्षा विभाग से बोर्ड परीक्षाओं को लेकर मार्गदर्शन मांगा है. गौरतलब है कि जैक बोर्ड में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पद रिक्त होने की वजह से मैट्रिक-इंटर की बोर्ड परीक्षा समेत छह अन्य परीक्षाओं पर भी असर पड़ने की संभावना है. जबकि बोर्ड ने 8वीं और 9वीं बोर्ड की परीक्षा अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी है. जैक द्वारा आयोजित किये जानेवाले लाखों परीक्षार्थियों के समक्ष उहापोह की स्थिति बनी हुई है. जैक में 18 जनवरी से अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पद खाली है. जिससे मैट्रिक-इंटर बोर्ड की परीक्षाओं पर संकट के बादल छाए हुए हैं. मैट्रिक के लिए 25 जनवरी से और इंटर की परीक्षा के लिए 28 जनवरी से एडमिट कार्ड डाउनलोड किया जाना था. लेकिन एडमिट कार्ड डाउनलोड नहीं हो रहा है और परीक्षार्थी परेशान हैं. जबकि दोनों बोर्ड की परीक्षाएं 11 फरवरी से शुरू होने वाली हैं. मैट्रिक में इस साल 4 लाख 11 हजार 561 और इंटर की परीक्षा में 3 लाख 13 हजार 616 परीक्षार्थी शामिल होनेवाले हैं.
बोर्ड परीक्षाओं की तिथि में बदलाव किये जाने पर भी विद्यार्थियों के समक्ष अलग तरह की होगी परेशानियां
बोर्ड परीक्षाओं की तिथि में बदलाव किये जाने पर भी विद्यार्थियों के समक्ष कई तरह की परेशानियां खड़ी हो सकती है. खासतौर पर मेडिकल-इंजीनियरिंग सहित कई तरह की परीक्षाओं की तिथि राष्ट्रीय स्तर पर तय होती है. जिसमें जैक बोर्ड के बच्चे भी शामिल होते हैं. अगर निर्धारित समय पर परीक्षा नहीं ली गई और अलग शेड्यूल जारी किया गया तो जैक बोर्ड की परीक्षा से राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा की तारीखें एक साथ होने की भी संभावना बन सकती है. इधर 8वीं में 5 लाख 18 हजार002 और 9वीं बोर्ड की परीक्षा में 4 लाख 67 हजार 849 परीक्षार्थी शामिल होनेवाले थे. इसी तरह बोर्ड की परीक्षा के साथ 6 से 8 मार्च को होने वाली 11वीं बोर्ड की परीक्षा, आकांक्षा, एनएमएमएस और इंटर वोकेशनल परीक्षाओं के भी स्थगित किए जाने की संभावना बन सकती है.
हेमंत सरकार में छात्र अनिश्चितता के शिकार-बाबूलाल मरांडी
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जैक व जेपीएससी-जेएसएससी के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति नहीं किये जाने पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि राज्य में सरकार ने 8-9वीं बोर्ड की होनेवाली परीक्षा को स्थगित कर दिया है. अब 10वीं व 12वीं बोर्ड की परीक्षा पर भी अनिश्चितता के बादल मंडरा रहा है. जैक अध्यक्ष का पद रिक्त होने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. उन्होंने कहा कि जेपीएससी अध्यक्ष का पद भी पिछले बर्ष अगस्त माह से रिक्त है. जिससे कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं लंबित हैं. हजारों अभ्यर्थी मानसिक और आर्थिक दबाव में हैं. बर्षों की मेहनत और तैयारी के बावजूद अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि छात्रहित में इन रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित करें.
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