उदित वाणी, मुंबई : केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की महाराष्ट्र में टाटा ग्रुप से निवेश कराने के लिए की गई बैटिंग भी फिलहाल फेल हो गयी है. तीन सप्ताह पहले नितिन गडकरी ने टाटा संस के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने टाटा समूह के विभिन्न व्यवसायों के विस्तार के लिए नागपुर स्थित मिहान (मल्टी-मॉडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट) को चुनने की अपील की थी.
क्या लिखा था लेटर में?
गडकरी ने टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को सात अक्टूबर को लिखे एक पत्र में कहा है कि इस्पात, वाहन, उपभोक्ता उत्पाद, आईटी सेवा और विमानन क्षेत्र की टाटा ग्रुप की कंपनियां अपने निवेश के लिए नागपुर को चुन सकती हैं.
चंद्रशेखरन ने भी दिए थे संकेत
चंद्रशेखरन ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि टाटा समूह इलेक्ट्रॉनिक्स, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली चालित वाहनों और अन्य आधुनिक क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं तलाश कर रहा है और इसके लिए एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र सरकार के साथ बातचीत चल रही है.
बड़े प्रोजेक्ट महाराष्ट्र से गुजरात जा रहे
मीडिया के साथ शनिवार को साझा किया गया यह पत्र ऐसे समय लिखा गया है जब कई बड़ी परियोजनाएं महाराष्ट्र के हाथ से निकलकर गुजरात के पास जा रही हैं. फॉक्सकॉन-वेदांता गठजोड़ का 1.5 लाख करोड़ रुपये निवेश वाला सेमीकंडक्टर संयंत्र महाराष्ट्र से गुजरात चला गया. इसके बाद टाटा ग्रुप और एयरबस के 22,000 करोड़ रुपये निवेश वाली विमान विनिर्माण परियोजना के भी महाराष्ट्र से गुजरात जाने की घोषणा की गई है.
इस पत्र में गडकरी ने कहा है कि ‘मल्टी-मोडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट ऐट नागपुर (मिहान) एसईजेड और गैर-एसईजेड क्षेत्र में 3,000 एकड़ से अधिक जमीन है. उन्होंने कहा कि इस इलाके में कई कंपनियों ने अपना आधार बनाया है.उन्होंने आगे लिखा, ‘‘टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, वोल्टास, टाइटन इंडस्ट्रीज, बिग बास्केट जैसी टाटा समूह की सभी कंपनियां नागपुर में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा सकती हैं.’’
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