उदित वाणी, बोकारो: बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड स्थित पचमो पंचायत के पूर्णा पानी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी. यहां पिता का शव तीन दिनों तक उनके बेटों की आस में पड़ा रहा. 62 वर्षीय कार्तिक गंझू की शुक्रवार को तालाब में डूबने से मृत्यु हो गई थी.
मृतक के चार बेटे प्रवासी मजदूर
मृतक के चारों बेटे महाराष्ट्र के मुंबई में मजदूरी करते हैं. पिता की मौत के चौथे दिन वे ट्रेन से घर पहुंचे, जिसके बाद सोमवार को चार दिन बाद कार्तिक गंझू का अंतिम संस्कार किया गया.
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को कार्तिक गंझू मछली पकड़ने के लिए पास के तालाब में गए थे. वहां उन्होंने जाल बिछाया था और शाम 3 बजे के करीब मछलियों को देखने गए थे. अचानक उनका पैर फिसल गया और वे तालाब में गिर गए. कुछ देर बाद जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो उन्होंने तालाब में कपड़ा पड़ा देखा. इससे यह आशंका जताई गई कि तालाब में कोई व्यक्ति डूबा हुआ है. इसके बाद ग्रामीणों ने रहावन थाने को सूचना दी. शाम होने के कारण शव को 20 घंटे बाद, शनिवार को सुबह 10 बजे निकाला गया. प्रशासनिक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया.
मंत्री ने मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया
घटना की सूचना मिलते ही पेयजल स्वच्छता मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. इस दौरान आजसू गोमिया प्रखंड अध्यक्ष महेश कुमार महतो, पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि महेश करमाली, उपमुखिया प्रतिनिधि जीवन रजवार, और अन्य कई ग्रामीण उपस्थित थे.
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