राज्य में खड़गे का दावा मजबूत, पर थरूर के भी हैं कटटर समर्थक
उदित वाणी, रांची: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर झारखंड में भी सरगरमी तेज हो गई है और राज्य में भी पार्टी के ज्यादातर डेलीगेटस मल्लिकार्जुन खड़गे के पक्ष में ही नजर आने लगे हैं.
यद्यपि अध्यक्ष पद के दूसरे दावेदार शशि थरूर के पक्ष में भी कई कटटर समर्थक दिखाई दे रहे हैं. हालांकि थरूर के समर्थकों की संख्या काफी कम है और उन्हें अपने प्रोफेशनल कांग्रेस कोटे से मनोनीत डेलीगेटस के वोटों का ही आसरा है. जबकि प्रोफेशनल कांग्रेस से सिर्फ पांच डेलीगेट हैं. इनके अलावा कुछ और डेलीगेटस थरूर के पक्ष में वोट डाल सकते हैं.
ज्ञात हो कि फिलवक्त थरूर प्रोफेशनल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. लिहाजा पार्टी अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को वोट डाले जायेंगे. जिसमें झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस के 319 स्टेट डेलिगेट्स अपना मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
प्रदेश कांगेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने राज्य के सभी डेलीगेट से 17 अक्टूबर को कांग्रेस भवन रांची में पूर्वाह्न 10 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान करने का अपील किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए होने वाला चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष होगा.
इसकी जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सतीश पॉल मुंजनी ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस के सभी डेलिगेट को चुनाव में मतदान करने से संबंधित सारी सूचनायें टेलीफोन के माध्यम से उपलब्ध करा दी गई है.
मुंजनी ने बताया कि मतदान के दौरान पार्टी के पीआरओ प्रकाश जोशी, एपीआरओ भवेश चौधरी एवं जितेन्द्र कसाना 16 अक्टूबर को ही दिल्ली से रांची पहुंचेंगे और उनके निगरानी में हीं मतदान की सारी प्रक्रिया सम्पन्न होगी.
कांग्रेस पार्टी में सिस्टम में बदलाव लाना है, तो थरूर को चुनें-आदित्य विक्रम
इधर प्रोफेशनल कांग्रेस के झारखंड ईकाई के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल शशि थरूर के पक्ष में मजबूती के साथ कैंपेन करने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अगर कम्यूनिकेशन गैप को खत्म करना है. पार्टी के अन्दर सिस्टम में बदलाव लाना है, तो डेलीगेटस थरूर के पक्ष में मतदान करें.
उन्होंने कहा कि थरूर का दरवाजा हमेशा पार्टी के लोगों के लिए खुला रहता है. कोई भी पार्टी का नेता कार्यकर्ता कभी भी थरूर के साथ मुलाकात कर सकता है. बात कर सकता है. थरूर में सहजता के साथ-साथ काबिलियत भी है.
उन्होंने कहा कि थरूर एक मजबूत व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति हैं और उन्हें यूनाइटेड नेशन के महासचिव पद से हटाने के लिए दुनिया के सबसे मजबूत देश अमेरिका को वीटो लगाना पड़ा था.
जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस में वह अपने परिवार के पांचवीं पीढ़ी के वारिश हैं और यूं ही वे थरूर का पक्ष नहीं ले रहे हैं. पार्टी को मजबूत करना है, तो कांग्रेस डेलीगेटस को यह अवसर नहीं गंवाना चाहिण्.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।