उदित वाणी, रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज उनके आवासीय कार्यालय में राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, केंद्रीय कमेटी और केंद्रीय सरना समिति के प्रतिनिधियों ने भेंट की. इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने गुमला जिले के डुमरी प्रखंड स्थित सिरसी गांव में 3 फरवरी 2025 को आयोजित होने वाले सिरसी-ता-नाले दर्शन यात्रा (वार्षिक पूजा और प्रार्थना कार्यक्रम) में मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया.
सरना समिति ने रखी अपनी मांगें
मुलाकात के दौरान केंद्रीय सरना समिति ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगें रखीं. उन्होंने सरना धर्म और संस्कृति के संरक्षण के लिए सरकार से सहयोग की अपील की.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख सदस्य
मुख्यमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की, कोषाध्यक्ष प्रकाश हंस, संरक्षक सचिन कच्छप और मुन्ना उरांव शामिल थे. राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज मुंडा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष छोटेलाल करमाली, राष्ट्रीय महासचिव जलेश्वर उरांव, राष्ट्रीय सचिव करमा उरांव और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष बिरसा उरांव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.
धार्मिक और सांस्कृतिक सहयोग पर चर्चा
प्रदेश धर्मगुरु राजेश लिंडा, रामगढ़ और लोहरदगा के जिला धर्मगुरु संदीप उरांव और फुलेश्वर उरांव के अलावा सोमदेव उरांव, जयंती उरांव, कृष्ण भगत और अन्य सदस्यों ने मुलाकात में हिस्सा लिया. बुंडू सरना प्रार्थना सभा के अध्यक्ष एतवा उरांव, नूतन कच्छप और सुधु भगत ने भी कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु मुख्यमंत्री से सहयोग की अपील की.
मुख्यमंत्री की सरना समुदाय को समर्थन की पुष्टि
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने सरना धर्म और संस्कृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया और प्रतिनिधिमंडल को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया.
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