रांची: देशभर में 7 मई को आयोजित होने वाले ‘नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल’ के अंतर्गत झारखंड के छह शहरों को भी शामिल किया गया है. यह अभ्यास केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रहा है, जो हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा है. झारखंड के जिन शहरों में यह अभ्यास किया जाएगा, उनमें रांची, जमशेदपुर, बोकारो, गोड्डा, साहिबगंज और गोमिया शामिल हैं. सभी स्थानों पर तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं.
अलग-अलग समय पर होंगे अभ्यास, बजेंगे सायरन
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मॉक ड्रिल के लिए प्रत्येक शहर में समय निर्धारण अलग-अलग होगा. अभ्यास के दौरान एयर रेड सायरनों का संचालन किया जाएगा, जिससे संभावित हवाई हमले या दुश्मन की गतिविधियों की चेतावनी दी जा सके.
नागरिकों को दी जाएगी आपात सुरक्षा तकनीक की ट्रेनिंग
ड्रिल का एक उद्देश्य नागरिकों और छात्रों को संभावित हमले की स्थिति में स्व-सुरक्षा के उपायों से अवगत कराना है. इस दौरान लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों में सुरक्षित स्थानों तक ले जाने का अभ्यास भी कराया जाएगा.
‘क्रैश ब्लैकआउट’ होगा मॉक ड्रिल का अहम हिस्सा
मॉक ड्रिल में ‘क्रैश ब्लैकआउट’ शामिल रहेगा, जिसमें चयनित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति रोक दी जाएगी. यह रणनीति दुश्मन की हवाई निगरानी या हमले से संरचनाओं को छिपाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनाई जाती है.
सुरक्षा बल रहेंगे तैनात, करेंगे ऑपरेशन की तैयारी
स्कूलों, कॉलेजों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया में झारखंड पुलिस, जैप और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय भूमिका निभाएंगी. संवेदनशील इलाकों में मॉक ऑपरेशन किए जाएंगे, ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारी परखा जा सके.
सैन्य कार्रवाई के संकेत, राजनीतिक स्तर पर भी हो रहा विचार-विमर्श
सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय के इस कदम को कड़ी सैन्य तैयारी के संकेत के रूप में देखा जा रहा है. पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध लिए गए निर्णयों और बढ़ती सख्ती से यह स्पष्ट है कि सरकार रणनीतिक प्रतिक्रिया के मूड में है.सूत्रों का यह भी दावा है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत शीर्ष राजनीतिक नेतृत्व से इस विषय पर विचार-विमर्श किया जा चुका है.
(IANS)
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