उदित वाणी, जमशेदपुर: झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर सीएजी की रिपोर्ट में किए गए खुलासे पर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी द्वारा सीएजी रिपोर्ट को गलत बताना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. राय ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की कई घटनाएं घटी हैं और इसके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बजाय सरकार रिपोर्ट का बचाव कर रही है.
सीबीआई जांच की मांग
सरयू राय ने कहा कि यदि सरकार और स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तो यह मामला न्यायपालिका में जाएगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे चारा घोटाले में सीएजी रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच हुई थी, उसी तरह स्वास्थ्य विभाग में हुए भ्रष्टाचार की जांच भी सीबीआई से कराए जाने की मांग की जाएगी.
सीएजी रिपोर्ट में उठाए गए प्रमुख मुद्दे
सीएजी रिपोर्ट में कई गंभीर मुद्दे उठाए गए हैं, जिनकी ओर राय ने ध्यान दिलाया. उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में जो बिंदु उठाए गए हैं, वे सीधे तौर पर आपराधिक षड्यंत्र की ओर इशारा करते हैं. इसमें तत्कालीन मंत्री, सचिव और जिलों के सिविल सर्जन शामिल हैं. ये सब सरकारी निधियों का दुरुपयोग और जनस्वास्थ्य के प्रति अपराध है.
1. दवाओं की भारी किल्लत
राज्य के सरकारी अस्पतालों में 65 से 95 प्रतिशत तक जरूरी दवाओं की कमी हो गई है. सरकार के दावे झूठे साबित हो रहे हैं, जिसके कारण मरीजों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.
2. कोविड फंड घोटाला
केंद्र सरकार ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए राज्य को 483.5 करोड़ रुपये जारी किए थे, जिसमें से केवल 137 करोड़ रुपये खर्च हो पाए. इसके कारण आरटीपीसीआर लैब, ऑक्सीजन प्लांट और अस्पतालों की सुविधाएं अधूरी रह गईं.
3. मातृत्व लाभ योजना में गड़बड़ियां
बोकारो और धनबाद जिलों में मातृत्व लाभ योजना में कई अनियमितताएं पाई गईं. उदाहरण के तौर पर, एक ही महिला को चार माह में दो बार 1500 रुपये की अनुग्रह राशि दी गई.
4. आयुष्मान भारत और अबुआ स्वास्थ्य योजना में धांधली
अबुआ स्वास्थ्य योजना में गरीबों को ठगा जा रहा है, क्योंकि इसमें केवल बड़े कॉरपोरेट अस्पतालों को लाभ मिल रहा है, जबकि ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों को बाहर कर दिया गया है.
5. निजी अस्पतालों का लाभ
सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के कारण आम जनता को महंगे निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है. सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है.
न्याय की उम्मीद
सरयू राय ने कहा कि इन सभी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामलों में दोषियों को दंडित किए बिना छोड़ना जनता के स्वास्थ्य के प्रति अपराध होगा. सरकार को चाहिए कि वह सीएजी रिपोर्ट की गंभीरता को समझे और मामले में उचित कार्रवाई करे.
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