नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने एक और सख्त निर्णय लिया है. सुरक्षा का हवाला देते हुए सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों की चारधाम यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया है. इस फैसले के चलते, पहले से पंजीकरण करा चुके 77 पाकिस्तानी हिंदू श्रद्धालु अब यात्रा में शामिल नहीं हो सकेंगे.
चारधाम यात्रा में उत्साह, विदेशी श्रद्धालुओं का भी भारी पंजीकरण
इस वर्ष चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है. अब तक 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है. इनमें विदेशों से भी 24,729 श्रद्धालु शामिल हैं. खास बात यह रही कि पाकिस्तान से भी 77 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया था, लेकिन अब उन्हें अनुमति नहीं दी जाएगी.
पहलगाम हमले के बाद केंद्र का सख्त रुख
पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों की यात्रा पर रोक लगाने का निर्णय लिया. सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह कदम उठाया गया है. इस वर्ष 100 से अधिक देशों के श्रद्धालु चारधाम यात्रा में भाग लेने के लिए पंजीकृत हैं.
पाकिस्तानी नागरिकों की सुरक्षित वापसी की तैयारी
प्रशासन ने पाकिस्तानी श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं. उनके देश लौटने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. साथ ही, अन्य विदेशी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनज़र राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है.
30 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा
उत्तराखंड में 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में हैं. हर वर्ष की भांति इस बार भी बाबा केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है. केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा 2 मई से प्रारंभ होगी, जब धाम के कपाट खोले जाएंगे.
(IANS)
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।