उदित वाणी, आदित्यपुर: गम्हरिया थाना क्षेत्र के मुड़कुम गांव में गैर-सीएनटी प्रभावित ग्रामीण असामाजिक तत्वों की हरकतों से परेशान हैं. बुधवार को पारस में आयोजित पत्रकार वार्ता में ग्रामीणों ने बताया कि वे अपनी जमीन डेवलपर को बेचना चाहते हैं ताकि घर बना सकें और बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा सकें. लेकिन कुछ असामाजिक तत्व, जो हाल ही में एक नई राजनीतिक पार्टी से जुड़े हैं, उन्हें जमीन बेचने नहीं दे रहे.
जमीन पर अवैध कब्जे और धमकियाँ
ग्रामीणों के अनुसार, ये असामाजिक तत्व उनकी जमीन पर शाम से सुबह तक शराब पीते हैं और वहां आने वाले संभावित खरीदारों को धमकाते हैं. प्रशासन को गुमराह कर जमीन को सरकारी घोषित करने की शिकायतें दर्ज कराते हैं और खुद ही जेसीबी लगाकर बाउंड्री तोड़ देते हैं.
रोजगार का संकट, जमीन बेचने की मजबूरी
ग्रामीणों ने बताया कि उनकी करीब 50 एकड़ जमीन सीतारामपुर डैम के लिए दी जा चुकी है, जिससे वे किसी अन्य व्यवसाय में नहीं लग पाए. अब अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए जमीन बेचने के अलावा उनके पास कोई विकल्प नहीं है. लेकिन राजेश महतो और अमृत महतो जैसे लोग आठ-दस साथियों के साथ डराने-धमकाने का काम कर रहे हैं.
रंगदारी की मांग, थाने में शिकायत दर्ज
ग्रामीणों के अनुसार, शिव साईं कंस्ट्रक्शन डेवलपर से ये लोग दस लाख रुपये की रंगदारी मांग चुके हैं. डेवलपर के प्रतिनिधियों को रास्ते में रोककर धमकाया गया और उनकी गाड़ी तक बंधक बना ली गई. पुलिस ने介ल समय पर हस्तक्षेप कर उन्हें सुरक्षित निकाला.
ग्रामीणों की मांग: प्रशासन करे हस्तक्षेप
ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी जमीन का सरकारी माप-तौल किया जाए और उन्हें जमीन बेचने की अनुमति दी जाए. साथ ही, पुलिस सुरक्षा प्रदान करे ताकि वे बेखौफ अपनी संपत्ति का सही उपयोग कर सकें.
शिव साईं कंस्ट्रक्शन ने भी जताई चिंता
शिव साईं कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर ललित झा ने बताया कि उन्होंने पांच एकड़ गैर-सीएनटी जमीन खरीदी है, लेकिन असामाजिक तत्वों ने उनसे जबरन दस लाख की मांग की. ग्राहकों को जमीन दिखाने ले जाने पर उन्हें बंधक तक बना लिया गया. पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें छुड़वाया.
मौके पर मौजूद लोग
इस दौरान शक्ति पदों सिंह, देवाशीष सिंह, नवकुमार सिंह, कानू गोराई, भीम मंडल, मंशा कैबरतो, अधिराज सिंह देव, प्रदीप चौधरी, भूपति चौधरी, राजू चौधरी, नकुल मंडल, रविन्द्र मंडल, सुमन मंडल, धीरज सोनार सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे.
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