मोबाइल से बात करने के लिए जाना पड़ता दूसरे गांव में
उदित वाणी, जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिले में लगभग 432 गांव अब भी ऐसे है जहां इंटरनेट की सेवा नहीं पहुंच पायी है. यहां के लोगों को मोबाइल से बात करने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है क्योंकि यहां मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है.
जिसके कारण लोगों को तो काफी परेशानी होती ही है साथ ही प्रशासन को भी अपनी विकास योजनाओं को चलाने में खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है. सही ढंग से अधिकारी मॉनिटरिंग नहीं कर पाते हैं.
ये समस्या तब बढ़ जाती है जब चुनाव होते हैं, शैडो एरिया के बूथ पर संपर्क करने के लिए वायरलेस सेट देना पड़ता है. अभी सरकारी जमीन का सर्वे चल रहा है.
इसमें सरकारी कर्मियों को संबंधित प्लॉट से ही ऑनलाइन डाटा और फोटो आदि की इंट्री करनी पड़ती है. परंतु मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है.
सरकार को भी इस समस्या की जानकारी है. पूर्व में आर्थिक रूप से फायदेमंद नहीं होने के कारण मोबाइल कंपनियों ने टावर लगाने में रुचि नहीं ली. परंतु अब सरकार के स्तर से पहल किये जाने के कारण निजी और सरकारी दूरसंचारक कंपनियां टावर लगाने को आवेदन दे रही हैं.
इन गावों को कहा जाता शैडो एरिया
जिले के जिन गांवों में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं है उन गांवों को शैडो एरिया नाम दिया गया है. अब प्रशासन ने यहां मोबाइल कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश शुरू कर दी है. दूरसंचार कंपनियों को एनओसी दिया जा रहा है.
शैडो एरिया वाले सबसे अधिक गांव पोटका प्रखंड में हैं जबकि सबसे कम मुसाबनी में हैं. पोटका के 73, मुसाबनी के 19, घाटशिला के 40, धालभूमगढञ के 22, गुड़ाबांधा के 38, बहरागोड़ा के 54, चाकुलिया के 60, बोड़ाम के 36, पटमदा के 20, डुमरिया के 47 और जमशेदपुर प्रखंड के 23 गांव शैडो एरिया में शामिल हैं.
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