उदित वाणी, चाकुलिया: चाकुलिया के प्रसिद्ध समाजसेवी पवन लोधा के निधन के बावजूद उनकी आंखें किसी जरूरतमंद को रोशनी प्रदान करेंगी. उनके द्वारा वर्ष 2009 में प्रादेशिक मारवाड़ी महिला सम्मेलन में किए गए संकल्प के अनुसार, उन्होंने अपनी मृत्यु के बाद आंखें दान देने की शपथ ली थी.
पवन लोधा ने किया था नेत्र दान का संकल्प
स्व. पवन लोधा ने 2009 में मारवाड़ी महिला समिति द्वारा आयोजित नेत्रदान संकल्प पत्र में हस्ताक्षर किए थे, जिसमें उन्होंने अपनी मृत्यु के बाद आंखें दान करने का संकल्प लिया था. इस संकल्प के अनुसार, उनके परिवार ने उनके निधन के बाद उनकी आखों को शंकर नेत्रालय, कोलकाता को दान कर दिया.
परिजनों ने निभाई अंतिम इच्छा
पवन लोधा के निधन के बाद उनके परिवार ने उनकी अंतिम इच्छा को पूरा किया. उनके पुत्र राहुल लोधा, रितेश लोधा और बेटी रितू पटोदिया ने मिलकर स्व. पवन लोधा की आखों को कोलकाता के शंकर नेत्रालय को दान किया. इस समय उनके भतीजे और समाजसेवी राजेश लोधा भी मौजूद थे.
चाकुलिया में समाजसेवी की प्रशंसा
पवन लोधा के इस नेक कार्य को चाकुलिया के लोग अनुकरणीय मानते हैं. उनके इस प्रेरणादायक कदम से पूरे समाज को एक नई दिशा मिली है. चाकुलिया के लोग इस कठिन समय में पवन लोधा के परिजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं.
एक प्रेरणा: मृत्यु के बाद भी दूसरों की मदद
पवन लोधा का नेत्र दान न केवल एक बड़ा सामाजिक कार्य है, बल्कि यह हमें अपने जीवन के अंतिम समय में भी दूसरों की मदद करने का अवसर देता है. उनका यह कदम समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है.
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