उदित वाणी, जमशेदपुर: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार रात एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें बताया गया कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए एक विशेष स्थान आवंटित करेगी. मंत्रालय ने यह भी बताया कि इस निर्णय से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित कर दिया गया है.
स्मारक के लिए स्थान की चयन में देरी पर राजनीतिक विवाद
कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर आरोप लगाया कि डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान का चयन करने में हुई देरी जानबूझकर भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का अपमान करने की एक कोशिश थी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया था कि डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार एक ऐसे स्थान पर किया जाए, जहां उनका स्मारक स्थापित किया जा सके. पार्टी ने इस देरी को एक राजनीतिक चाल करार देते हुए कहा कि यह एक बड़ी चूक थी, जो उनके सम्मान में की गई.
ट्रस्ट का गठन और स्मारक निर्माण
गृह मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया कि कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मल्लिकार्जुन खरगे और डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के निर्माण के लिए एक स्थान आवंटित करेगी. साथ ही, मंत्रालय ने बताया कि स्मारक के निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि आने वाली पीढ़ियाँ डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान से प्रेरित हो सकें.
राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार और आगामी प्रक्रिया
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 26 दिसंबर को हुआ था और उनका अंतिम संस्कार 28 दिसंबर को नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा. गृह मंत्रालय ने यह भी कहा कि अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएँ पूरी होने के बाद स्मारक निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस प्रक्रिया का उद्देश्य डॉ. मनमोहन सिंह के असाधारण योगदान और उनके प्रति सम्मान को सलाम करना है.
डॉ. मनमोहन सिंह की राजनीति और राष्ट्र के प्रति सेवा को याद करते हुए इस स्मारक का निर्माण आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनेगा.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।