दिन में 11.30 बजे होगा शुभारंभ, शाम पांच बजे साकची गुरुद्वारा में होगी पुष्प वर्षा
उदित वाणी, जमशेदपुर: सिखों के दसवें गुरु साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज का 358 वां प्रकाश पर्व सोमवार 6 जनवरी को पूरे उल्लास, श्रद्धा व धूमघाम से मनाया जाएगा. इस पावन अवसर पर इस वर्ष टेल्को गसाहिब साहिब से नगर कीर्तन निकलेगा जो परंपरागत रूप से भव्य होगा, इसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. टेल्को से साकची तक के नगर कीर्तन के रास्ते में कई तोरण द्वारा बनाए गए हैं. नगर कीर्तन में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सेवा के लिए भी रास्ते में शिविर लगाने के इंतजाम किए गए हैं. नगर कीर्तन टेल्को से सुबह 11.30 बजे प्रस्थान करेगा और टाटा मोटर्स मेन गेट, नीलडीह गोलचक्कर, तार कंपनी, टिनप्लेट, गोलमुरी, आर डी टाटा गोलचक्कर व कालीमाटी रोड होते हुए शाम पांच बजे के करीब साकची गुरुद्वारा साहिब पहुंचेगा. वहीं पर नगर कीर्तन का समापन होगा.टेल्को गुरुद्वारा से गुरु महाराज जी की पालकी साहिब की रवानगी भव्य रूप से होगी.
नगर कीर्तन समाप्ति पर साकची गुरुद्वारा साहिब में पालकी साहिब का स्वागत श्रद्धा और धूमधाम से किया जायेगा, साकची में नगर कीर्तन पहुँचने पर पुष्पवर्षा की जाएगी.
सेंट्रल स्त्री सत्संग सभा ने पूर्व में बैठक कर बीबियों (महिलाओं) को पारम्परिक परिधान पहनने की सलाह देते हुए कहा है कि प्लाजो और पारदर्शी वस्त्र धारण करने से भी बचें। सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह ने सभी इकाइयों को कहा है कि बुलेट से पटाखा फोडऩे पर मनाही रहेगी और यातायात व्यवस्था सुदृढ़ करते हुए संगत को नियम पालन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया जायेगा. पालकी साहिब के सजावट की सेवा बीबी कुशलदीप कौर जबकि पालकी साहिब की निगरानी की सेवा तरनप्रीत सिंह बन्नी को सौंपी गयी है. पूरे नगरकीर्तन के ट्रैफिक की जिम्मेदारी सेंट्रल सिंह नौजवान सभा ही होगी.
नगर कीर्तन में क्रमानुसार रहेंगे विभिन्न जत्थे. इनका क्रम इस प्रकार रहेगा : 1 घुड़सवार, 2 गतका पार्टी (पगड़ी सिखलाई, सिख विजडम और निहंग जत्थेबंदी), 3 विभिन्न स्कूल, 4 सीजीपीसी, 5 जाग्रति मंच, 6 निशान साहिब और अकाली दल के पांच प्यारे साहिबान, 7 पालकी साहिब, 8 गुरुप्यारी साध संगत, 9 स्त्री सत्संग सभा, 10 कीर्तनी जत्थे, 11 सफाई टीम नगर कीर्तन की शोभा बढ़ाएंगे।
नगर कीर्तन को लेकर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) ने एक तरतीब (नियमावली) जारी की है, सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह ने गुरु साहब का जन्म दिहाड़ा श्रद्धा भावना और हर्षोल्लास के साथ मनाने और अपने बच्चों को सिख इतिहास से अवगत कराने की अपील की है. उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के सम्मान में बसंती या नीली दस्तार और ओढऩी धारण कर पालकी साहिब का स्वागत करने को कहा है.
दूसरी ओर इस अवसर पर सभी गुरुद्वारों में शब्द-कीर्तन के विशेष दिवान का आयोजन होगा. साथ ही इस शुभ अवसर पर शहर के सभी गुरुद्वारों में अटूट लंगर की व्यवस्था होगी.
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