उदित वाणी, जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मलेन के तत्वाधान में आज, 2 जनवरी 2025 को श्री महालक्ष्मी मंदिर से कलश और भागवत जी की शोभायात्रा की शुरुआत हुई. इस यात्रा ने धार्मिक आस्था और परंपरा को जीवंत किया. यात्रा के दौरान श्रद्धालु और यजमान मिलकर एकत्रित हुए, और पूरे मार्ग में धार्मिक उल्लास और भक्ति का माहौल बना रहा.
शोभायात्रा का आकर्षक दृश्य
यात्रा में सर्वप्रथम यजमानों का ग्रंथिबंधन किया गया, इसके बाद महिलाएं कलश लेकर और पुरुष श्री भागवत जी की पुस्तक लेकर शोभा यात्रा में शामिल हुए. सबसे आगे श्री मथुरा जी से पधारे 108 ब्राह्मण एक जैसे पोशाक में चल रहे थे, और उनके साथ बैंड और महिलाएं कलश लिए चल रही थीं. इसके बाद पुरुष भागवत जी को माथे पर रखकर यात्रा में शामिल हुए. यात्रा में परम आदरणीय श्री गोविन्द बाबा जी और भागवत मर्मज्ञ आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी का सानिध्य प्राप्त था.
श्रीमद्भागवत कथा का उद्घाटन
यात्रा के बाद, जब श्री प्रभुदयाल भालोटिया सभागार (धालभूम क्लब ग्राउंड) पहुंचे, तो यजमानों ने बहुत ही व्यवस्थित तरीके से ब्राह्मणों का वरण किया. इसके पश्चात, सभी यजमानों ने श्रीमद्भागवत कथा के लिए संकल्प लिया और व्यास पीठ पर पूजा अर्चना की.
आज से भागवत कथा का आयोजन शुरू हुआ, जिसमें आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी ने कथा मंच पर श्रीमद्भागवत की विधिवत पूजा की और शुकदेव जी की स्थापना की. आचार्य जी ने कथा के पहले दिन श्रीमद्भागवत के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि इस कथा का श्रवण करने से हृदय में भगवान का प्रादुर्भाव होता है और यह समस्त पुण्य कर्मों से श्रेष्ठ फल देने वाली है. आचार्य ने धुंधकारी की कथा का भी उल्लेख किया, जिसमें उसने श्रीमद्भागवत कथा श्रवण कर प्रेत पीड़ा से मुक्ति पाई.
भागवत कथा के महात्म्य पर विशेष प्रकाश
कथा के दौरान, आचार्य बांके बिहारी गोस्वामी जी ने नारद भक्ति संवाद का भी वर्णन किया. उन्होंने बताया कि भक्ति अपने पुत्र ज्ञान और वैराग्य के साथ वृंदावन में प्रवेश करती है, और वहां के दिव्य प्रभाव से वह पुनः युवा हो जाती है, जबकि उसके पुत्र वृद्ध हो जाते हैं. आचार्य जी ने यह भी बताया कि श्रीमद्भागवत कथा सुनने से भक्ति के मार्ग पर चलने वालों को आत्मिक शांति और मानसिक सुकून प्राप्त होता है.
श्रीमद्भागवत कथा स्थल की व्यवस्थाएँ
पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मलेन द्वारा कथा स्थल पर अनुपम व्यवस्था की गई थी. व्यास पीठ की सजावट, पूजा वेदी, और गौ पूजन हेतु बनाई गई गौशाला सब कुछ अत्यधिक व्यवस्थित और सुंदर था. कथा के आयोजन में प्रमुख रूप से संतोष खेतान, बालमुकुंद गोयल, महाबीर प्रसाद अग्रवाल और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे.
सफल आयोजन के लिए कार्यकर्ताओं का आभार
इस महान धार्मिक आयोजन के सफल संचालन में अग्रवाल सम्मलेन के अध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, महासचिव मंटु अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अजय भालोटिया सहित कई कार्यकर्ताओं का योगदान रहा. उनकी मेहनत और समर्पण ने इस कथा आयोजन को एक भव्य और संतोषजनक रूप दिया.
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