उदित वाणी, जमशेदपुर: एक्सआईटीई गम्हरिया (स्वायत्त) ने समावेशिता और समझ को बढ़ावा देने के लिए थर्ड जेंडर को समझना शीर्षक से एक लिंग संवेदनशीलता सत्र का आयोजन किया. यह सत्र यौन उत्पीड़न विरोधी एवं एलजीबीटीक्यू+ समुदाय की चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया.
इस कार्यक्रम में शद्वी अमरजीत सिंह सखी (संस्थापक और सचिव), महंत हिमांशी पाधन, अर्पित पांडे (अध्यक्ष, द हुमसफर ट्रस्ट, मुंबई) के साथ-साथ निलोफर और अंशु गोयल जैसे प्रेरक वक्ताओं ने भाग लिया. इन विशिष्ट विशेषज्ञों ने एक सुरक्षित और समावेशी वातावरण बनाने पर जोर दिया. इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों में डॉ (फ्र.) मुक्ति क्लेरेंस, सहायक प्रोफेसर सुष्मिता चौधरी सेन, सहायक प्रोफेसर डॉ स्वाति सिंह, सहायक प्रोफेसर रीतिका सिंह, सहायक प्रोफेसर अंजलि झा, सहायक प्रोफेसर निधि कुमारी, आशीष सिंह ने पूर्वाग्रहों को तोड़ने और सहयोग को अपनाने के महत्व पर प्रकाश डाला. इसने भारत में एलजीबीटीक्यू+ अधिकारों की कानूनी यात्रा का अन्वेषण किया, जिसमें नवतेज सिंह जौहर मामले और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 जैसे महत्वपूर्ण निर्णय शामिल थे.
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