उदित वाणी, गम्हरिया: गम्हरिया प्रखंड के जयकन पंचायत सचिवालय में बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा डायन प्रथा उन्मूलन पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी ने की, जबकि पद्मश्री सम्मान प्राप्त छुटनी महतो बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहीं.
डायन प्रथा: एक सामाजिक अभिशाप
अपने संबोधन में छुटनी महतो ने डायन प्रथा को समाज के लिए घातक बताते हुए कहा कि यह महिलाओं को प्रताड़ित करने का एक हथकंडा बन चुका है. उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने की अपील की और कहा कि कानूनी जानकारी और जागरूकता से इस कुप्रथा को समाप्त किया जा सकता है.
कानूनी जानकारी और समाधान
सीडीपीओ दुर्गेश नंदिनी ने ग्रामीणों को डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम-2001 की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कानून किसी भी महिला को डायन बताकर प्रताड़ित करने वालों पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान करता है. उन्होंने यह भी कहा कि छुटनी महतो वर्षों से इस सामाजिक बुराई के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं और अब भी जहां कहीं भी ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, वह तुरंत हस्तक्षेप करती हैं.
महिलाओं की भागीदारी और जागरूकता
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं. उन्होंने न केवल डायन प्रथा के खिलाफ जानकारी प्राप्त की, बल्कि इसे जड़ से खत्म करने के लिए अपनी भूमिका निभाने का संकल्प भी लिया. आयोजकों ने महिलाओं को जागरूकता बढ़ाने और कानूनी उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया.
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