उदित वाणी, कांड्रा: राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का समापन शुक्रवार को “रन फ़ॉर रोड सेफ्टी” कार्यक्रम के साथ हुआ. इस कार्यक्रम में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला सहित कई पदाधिकारी और सैकड़ों स्कूली बच्चे शामिल हुए. दौड़ की शुरुआत सरायेकल के गेस्ट हाउस फिल्ड से हुई, जिसे उपायुक्त ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. दौड़ बिरसा मुंडा स्टेडियम पर समाप्त हुई, जहां उपायुक्त ने बच्चों के साथ दौड़ लगाई और स्टेडियम तक पहुंचे.
सड़क सुरक्षा का संदेश
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने बच्चों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में संदेश दिया. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा हर व्यक्ति के लिए जरूरी है और सभी बच्चे सड़क सुरक्षा के एंबेसडर बने. उपायुक्त ने बच्चों से कहा कि वे अपने अभिभावकों और समाज के लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें. उन्होंने दो पहिया और चार पहिया वाहन चलाने के समय हेलमेट और सीट बेल्ट के इस्तेमाल के महत्व पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने बच्चों को 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के बाद ही वाहन चलाने का निर्देश दिया और नशा कर वाहन चलाने से बचने की अपील की.
सड़क सुरक्षा अभियान की निरंतरता
जिला परिवहन पदाधिकारी गिरिजा शंकर महतो ने बताया कि 1 जनवरी से 31 जनवरी तक जिले में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन किया गया. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया. उन्होंने जिलेवासियों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की और कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, यह अभियान निरंतर जारी रहेगा.
नो एंट्री जोन और कार्यक्रम के अधिकारी
“रन फ़ॉर रोड सेफ्टी” के दौरान सरायकेला गेस्ट हाउस से बिरसा चौक तक सुबह 6 बजे से 9 बजे तक नो एंट्री लागू किया गया था. इस कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस रजत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी समीर सवैया, आईटीडीए आशीष अग्रवाल, जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतापति, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक कैलाश मिश्रा, चिकित्सा पदाधिकारी चंदन कुमार सहित अन्य अधिकारी, स्कूली बच्चे और शिक्षक भी मौजूद थे.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।