उदित वाणी, जमशेदपुर: श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस की शुरुआत साकची स्थित प्रभु दयाल भालोटिया सभागार धालभूम क्लब ग्राउंड में प्रातः 6 बजे वृंदावन से पधारे 125 पुरोहितों द्वारा श्रीमद्भागवत पुराण का मूल पाठ वाचन से हुई. यजमानों के नाम और गोत्र का उच्चारण कर यह अनुष्ठान आरंभ हुआ. इसके पश्चात् 8 बजे से पूजा की प्रक्रिया शुरू हुई और सभी यजमानों ने सामूहिक हवन में भाग लिया.
श्री टाटानगर गौशाला में तुला दान
कथा स्थल पर श्री टाटानगर गौशाला की ओर से एक सांकेतिक गौशाला बनाई गई, जिसमें एक गाय और बछड़ा रखा गया. जो श्रद्धालु गौशाला में जाकर तुला दान नहीं कर पाते, वे यहां भागवत सप्ताह के दौरान तुला दान कर रहे हैं. यह एक सुंदर पहल है, जो पुण्य के कार्यों में शामिल होने का अवसर प्रदान करती है.
भक्ति से ही भवसागर पार होता है
श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर आचार्य श्री बांकेबिहारी गोस्वामी जी ने तीन बजे से अष्टोतर शत श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया. व्यासपीठ से अपने विद्वतापूर्ण उदबोधन में उन्होंने कश्यप मुनि और देवहूति के विवाह, उनके पुत्र-पुत्रियों के जन्म, तथा उनके ऋषि पुत्रों के साथ विवाह के प्रसंगों का वर्णन किया. इसके अलावा, भगवान के अंश रूप में अवतार लेने की कथा और कपील मुनि के रूप में भगवान का प्रकट होना भी बताया.
आचार्य जी ने सती के चरित्र पर भी विस्तार से चर्चा की और शिव के क्रोध से दक्ष प्रजापति की मृत्यु तथा उनके पुनः जीवित होने की कथा सुनाई. उन्होंने धरुव के चरित्र पर भी प्रकाश डाला और बताया कि भगवान की भक्ति से ही हम भवसागर से पार हो सकते हैं.
श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति
आज की कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए. उन्होंने श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर अपने जीवन को सार्थक किया. उपस्थित श्रद्धालुओं में अंकित अग्रवाल, लाला मूनका, अंकुश जवानपुरिया, सुनील देबुका, लिपू शर्मा, दीपक चेतानी, महेश भाऊका, नवनीत चौधरी, सुरेश कांवटिया, अशोक चौधरी, पीयूष गोयल, सनी संघी, विनोद शर्मा सहित कई प्रतिष्ठित लोग शामिल थे.
अग्रवाल सम्मेलन का आमंत्रण
पूर्वी सिंहभूम जिला अग्रवाल सम्मेलन ने श्रीमद्भागवत कथा के प्रत्येक दिन में पधारने के लिए सभी श्रद्धालुओं को सादर आमंत्रित किया है.
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