उदित वाणी, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी पत्नी कोमल सकलानी के साथ त्रियुगीनारायण मंदिर में दूसरी बार सात फेरे लिए हैं. कोमल सकलानी ने इस पावन विवाह की तस्वीरें और अपनी भावनाएं इंस्टाग्राम पर साझा की हैं.
कोमल सकलानी का भावपूर्ण संदेश
कोमल ने इंस्टाग्राम पर लिखा:
“त्रियुगीनारायण वह स्थान है, जहां भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था. यहां सदियों से अग्नि प्रज्वलित है, जो शिव-पार्वती के प्रेम और आशीर्वाद का प्रतीक है. इस पवित्र अग्नि को साक्षी मानकर हमने अपनी मन्नत पूरी होते देखी. यह हमारा सपना था, जिसे भोलेनाथ और मां पार्वती के आशीर्वाद से पूरा किया गया.”
शादी की खूबसूरत झलकियां
इंस्टाग्राम पर साझा तस्वीरों में इस जोड़े के बीच प्रेम और श्रद्धा झलकती है. पहली तस्वीर में वरमाला का अद्भुत दृश्य है, जबकि दूसरी तस्वीर में हंसराज, कोमल के गले में मंगलसूत्र बांधते नजर आ रहे हैं. तीसरी तस्वीर में मंदिर की भव्यता के बीच यह जोड़ा शिव-पार्वती का आभार व्यक्त करता दिखा. परिवार और करीबी लोगों की उपस्थिति ने इस पल को और भी खास बना दिया.
पहला विवाह: हिमाचल प्रदेश में लिया था साथ फेरे
हंसराज और कोमल ने अक्टूबर 2023 में हिमाचल प्रदेश के मंडी में पहली बार सात फेरे लिए थे. लेकिन त्रियुगीनारायण मंदिर, जहां शिव और पार्वती का विवाह हुआ था, में दोबारा फेरे लेना उनका सपना था, जो अब पूरा हुआ.
क्या है त्रियुगीनारायण मंदिर का महत्व?
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. यहां सदियों से अग्नि प्रज्वलित है, जो विवाह की पवित्रता का प्रतीक है. मान्यता है कि इस अग्नि को साक्षी मानकर मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है.
भजन गायक हंसराज रघुवंशी का संगीत सफर
हंसराज रघुवंशी ने अपने “मेरा भोला है भंडारी” भजन से अपार प्रसिद्धि पाई. उनका “पार्वती बोली शंकर से” भजन यूट्यूब पर 431 मिलियन व्यूज़ का आंकड़ा पार कर चुका है. उन्होंने “ओ माई गॉड 2” फिल्म के लिए भी गाना गाया है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले उनका “जय सिया राम” भजन भी बेहद लोकप्रिय हुआ, जिसे अब तक 168 मिलियन लोग सुन चुके हैं.
आखिर क्यों खास है यह विवाह?
हंसराज और कोमल का यह विवाह केवल प्रेम का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह शिव-पार्वती के आदर्श और भारतीय संस्कृति की परंपराओं के प्रति उनकी श्रद्धा को भी दर्शाता है. त्रियुगीनारायण मंदिर में इस विवाह ने इस जोड़े के जीवन को एक नई आध्यात्मिक ऊंचाई दी है.
Related
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।