उदित वाणी, जमशेदपुर: सोमवार को एनआईटी जमशेदपुर में टैमिंग टर्बुलेंस : एडवांसमेंट इन फ्लो एंड एकॉस्टिक टेक्नोलॉजी पर पांच दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई. इसका उद्देश्य छात्रों और इंजीनियरों को कम शोर के साथ पवन टर्बाइन और हवाई जहाज के पंखों और इंजनों की एयरो-संरचनाओं की नई डिजाइन विकसित करने के लिए प्रशिक्षित करना है.
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ट्रांसनिग्मा प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ डॉ. मयंक भसीन ने सहयोगात्मक उद्यमिता के व्यापक दृष्टिकोण पर जोर दिया. वहीं, एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक डॉ. गौतम सूत्रधर ने उद्यमिता और विकास में संस्थान के पूर्व छात्रों की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए संस्थान की उद्यमशीलता शक्तियों पर प्रकाश डाला. संस्थान के उपनिदेशक डॉ. राम विनॉय शर्मा ने छात्रों को ऐसी कार्यशालाओं में भाग लेने और सीखने और इसके लिए और अधिक पहल करने के लिए प्रोत्साहित किया. प्रोफेसर एमके सिन्हा ने संस्थान में अनुसंधान के अवसरों पर चर्चा की. मैकेनिकल इंजीनियरिंग के एचओडी प्रो. संजय ने अनुसंधान में विभाग के योगदान और पहल की सराहना की. कार्यक्रम में विभिन्न संस्थानों के 50 से अधिक छात्रों और अनुसंधान विद्वानों ने भाग लिया. कार्यक्रम का सफल संचालन मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. अरविन्द पटेल, डॉ. रिंकू गौड़ा, डॉ. एसके सुधांशु और डॉ. शैलेश झा द्वारा किया गया.
एडवांस्ड कम्पोजिट मैटेरियल्स पर भी कार्यक्रम आयोजित :
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर में सोमवार को हाइब्रिडमोड में ” एडवांस्ड कम्पोजिट मैटेरियल्स ” पर एक सप्ताह का शार्ट टर्मकार्यक्रम आयोजित किया गया. 24 जनवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 130 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया, जो भारत के विभिन्न भागों से विभिन्न संगठनों के छात्र, संकाय और औद्योगिक संस्थानों से जुड़े.
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रोफेसर बी.एस. मूर्ति उपस्थित थे. उन्होंने ऐसे अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसे समाज की बेहतरी के लिए उद्योग में लागू किया जा सकता है. उन्होंने नवोदित विद्वानों और संकाय सदस्यों को भारत सरकार के विकसित भारत कार्यक्रम के साथ अपनी परियोजनाएं शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया. एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रोफेसर गौतम सूत्रधार ने वर्तमान और भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए कम्पोजिट मैटेरियल्स के महत्व का उल्लेख करते हुए सभा को संबोधित किया.
इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो. सरोज कुमार सारंगी ने कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आमंत्रित विशेषज्ञ आईआईटी एनआईटीऔर सरकारी अनुसंधान एवं विकास संगठनों से हैं. इस कार्यक्रम में उपनिदेशक प्रो. आरवी. शर्मा, डीन (एफडब्ल्यू) प्रो. प्रभा चंद और मैकेनिकलइंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. संजय मौजूद थे और उन्होंने शोध एवं विकासके लिए ज्ञान बढ़ाने में कार्यक्रम के महत्व पर जोर दिया. सत्र का संचालन संकाय सदस्यों, छात्रों और प्रतिभागियों की उपस्थिति में किया गया. अंत में कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. विशेष रंजन कर द्वारा सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उद्घाटन सत्र का समापन किया.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।