उदित वाणी, जमशेदपुर: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जमशेदपुर के विद्युत अभियांत्रिकी विभाग ने “वितरित ऊर्जा संसाधन: नवीकरणीय प्रौद्योगिकियों के साथ ग्रिड का रूपांतरण” पर एक एक सप्ताह की ऑनलाइन कार्यशाला का सफल आयोजन किया. कार्यशाला का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर ने किया. उन्होंने वैश्विक ऊर्जा चुनौतियों का समाधान करने के लिए विकेंद्रीकृत ग्रिड प्रणालियों में नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर प्रो. आरवी शर्मा (उप निदेशक), प्रो. एमके सिंह (डीन, अनुसंधान एवं परामर्श), प्रो. प्रभा चंद (डीन, फैकल्टी वेलफेयर), और विद्युत अभियांत्रिकी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. मधु सिंह भी उपस्थित थीं. सभी ने कार्यशाला के आयोजन के लिए विभाग की सराहना की.
कार्यशाला में विश्व स्तर पर प्रसिद्ध वक्ताओं ने भाग लिया. वर्जीनिया टेक, यूएसए के प्रो. सैफुर रहमान ने पावर ग्रिड में नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण पर पहला सत्र प्रस्तुत किया. ऑलबोर्ग विश्वविद्यालय, डेनमार्क के प्रो. फ्रेडे ब्लाबजर्ग ने स्वच्छ ऊर्जा प्रणालियों में नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण की चुनौतियों पर चर्चा की. अन्य वक्ताओं में डॉ. अल्लम जया प्रकाश (यूएई विश्वविद्यालय), डॉ. अनुराग के. श्रीवास्तव (वेस्ट वर्जीनिया विश्वविद्यालय, यूएसए), डॉ. विकाश कुमार सैनी (खलीफा विश्वविद्यालय, यूएई), प्रो. हादी कन्नान (सेंट जोसेफ विश्वविद्यालय, बेरूत, लेबनान), और डॉ. अरुण कुमार वर्मा (आईआईटी जम्मू, भारत) शामिल थे. इन सत्रों में स्मार्ट ग्रिड, एआई-संचालित ऊर्जा अनुकूलन, और ग्रिड स्थिरता रणनीतियों जैसे विषयों पर चर्चा की गई.
कार्यशाला का आयोजन डॉ. एस.के. गुप्ता, डॉ. कुमारी नम्रता, और डॉ. जितेंद्र कुमार (संयोजक) और डॉ. वीरप्रताप मीणा और डॉ. सूर्य प्रकाश (सह-समन्वयक) के नेतृत्व में किया गया. उत्साही छात्र स्वयंसेवकों के समर्थन से कार्यशाला का संचालन सुचारू रूप से किया गया.
उदित वाणी टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।